Hindi, asked by shakil4488chas, 8 months ago

6. निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लगभग 30-40 शब्दों में लिखिए:-
संतों देखत जग बौराना।
साँच कहौं तो मारन धावै, झूठे जग पतियाना।।
नेमी देखा धरमी देखा, प्रात करै असनाना ।
आतम मारि पखानहि पूजै, उनमें कछु नहिं ज्ञाना।।
बहुतक देखा पीर औलिया, पढ़े कितेब कुराना।
कै मुरीद तदबीर बतावैं, उनमें उहै जो ज्ञाना ।।
आसन मारि डिंभ धरि बैठे, मन में बहुत गुमाना।
पीपर पाथर पूजन लागे, तीरथ गर्व भुलाना ।।
(क) कवि ने जग के विषय में क्या कहा है? क्यों?
(ख) कैसे लोगों को कवि ने घमंडी कहा है?
(ग) प्रस्तुत काव्यांश किसकी रचना है और उनका जन्म कब हुआ था?​

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ওহে......,............

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