6. "संसार में शायद ही ऐसा कोई देश हो जो यह दावा कर सके कि उस पर किसी अन्य देश की संस्कृति का प्रभाव नहीं पड़ा
है।" पठित पाठ के आधार सिद्ध करो।
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संसार में शायद ही कोई ऐसा देश है जो यह दावा कर सके कि उस पर किसी अन्य देश की संस्कृति का प्रभाव नहीं पड़ा ।
यह वाक्य रामधारी सिंह दिनकर द्वारा रचित निबंध ' संस्कृति है क्या ' से लिया गया है । रामधारी सिंह दिनकर ने इस निबंध के माध्यम से संस्कृति के महत्व को रेखांकित किया है , उन्होंने स्पष्ट करने की कोशिश की है कि संसार का कोई भी देश किसी अन्य देश की संस्कृति से अछूता नहीं रहा है । उदाहरण के लिए हमारे भारत देश की संस्कृति को ही लें । हमारे भारत देश की संस्कृति पर मुगलकालीन संस्कृति और अंग्रेजी सभ्यता की संस्कृति का प्रभाव बेहद गहन स्तर पर पड़ा है । आज हमारी वैदिक संस्कृति के साथ मुगलों की संस्कृति और अंग्रेजी संस्कृति मिश्रित हो गई है । हमारी पारंपरिक वेशभूषा धोती - कुर्ता आदि थी , लेकिन आज हम सभी भारतीय पेंट - शर्ट पहनते हैं जोकि अंग्रेजो की वेशभूषा है । इस तरह वेशभूषा हमारे संस्कृति में पूरी तरह रच - बस गई । मुगलकालीन भाषा अरबी और फारसी का भी धोती - कुर्ता आदि थी , लेकिन आज हम सभी भारतीय पेंट - शर्ट पहनते हैं जोकि अंग्रेजो की वेशभूषा है । इस तरह वेशभूषा हमारे संस्कृति में पूरी तरह रच - बस गई । मुगलकालीन भाषा अरबी और फारसी का भी हमारी भाषाओं पर बहुत प्रभाव पड़ा और हमारी आम - बोलचाल की भाषा में अरबी फारसी भाषा के कई शब्द मिश्रित हो चुके हैं । हमारा खान - पान , रहन - सहन , पोशाक आदि पर भी मुगलों और अंग्रेजों का गहन प्रभाव पड़ा है । यही सब समान बातें अंग्रेजी संस्कृति के साथ या अन्य किसी संस्कृति के साथ हैं । इसलिए यह कहना बिल्कुल ठीक होगा कि संसार का कोई भी देश पूर्ण रूप से यह दावा नहीं कर सकता कि उसके देश की संस्कृति पर किसी अन्य देश की संस्कृति का कोई प्रभाव नहीं पड़ा ।
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main apse request to nhi karunga lekin agr... apko
answer pasand aya ho to Mark me as brainliest