7 'अट नहीं रही है' से कवि का क्या आशय है ?
क फागुन की सुन्दरता बढ़ नहीं रही है |
ख चारों ओर फूल खिल नहीं रह है |
ग फागुन की सुन्दरता कहीं समा नहीं रही है
घ वातावरण में सुन्दरता आ नहीं रही है
Answers
Answered by
0
Explanation:
अट नहीं रही है' का अर्थ है - समा नहीं रही है। कवि बताना चाहता है कि फागुन में वसंत की सुंदरता चारों ओर फैली है जहाँ देखो वहाँ सौंदर्य ही सौंदर्य है। ऐसा लगता है कि फागुन में 'वसंत की सुंदरता धरती पर समा नहीं रही
Answered by
2
Answer:
इस कविता में कवि ने वसंत ऋतु की सुंदरता का बखान किया है।
Similar questions