7. ii.निम्न गद्यांश पढ़कर प्रश्नों के उचित विकल्प चुनिए-1x6=6M
राजेंद्र बाबू के जीवन पर उनके बड़े भाई महेंद्र प्रसाद का विशेष प्रभाव पड़ा। उन्होंने ही राजेंद्र बाबू के मन में देश प्रेम के लौ
जगाई थी। यद्यपि राजेंद्र बाबू ने अपने वृत्ति की शुरुआत एक वकील के रूप में की थी, परंतु देश की तत्कालीन परिस्थितियों
तथा हलचलों के प्रभाव से अछूते नहीं थे। वे अपने आस-पास की परिस्थितियों का बौद्धिक एवं तार्किक आकलन भी कर रहे
थे और उन्हें अनुभव हो रहा था कि उनकी आवश्यकता परिवार से अधिक मातृभूमि को है। गोपाल कृष्ण गोखले ने उन्हें '
सर्वेट्स ऑफ़ इंडिया सोसाइटी ' नामक संगठन में शामिल होने के लिए प्रेरित किया जो उनकी पारिवारिक जिम्मेदारियों के
कारण संभव नहीं हो पाया इसके लिए हृदय से बहुत दुखी भी रहे वस्तुतः संपूर्ण परिवार का भार वह अपने भाई पर ही डालना
नहीं चाहते थे।
स्वदेशी आंदोलन, बहिष्कार आंदोलन आदि पूरे उफान पर थे । राजेंद्र प्रसाद भी अब इनसे अछूते न रह सके। जब विदेशी
वस्तुओं की होली जलाने का समय आया तो उनके पास कोई भी विदेशी वस्त्र न था। उनका झुकाव आश्चर्यजनक रूप से
पहले से ही स्वदेशी वस्तुओं की ओर था।
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Question khan hai
Ye sirf gdyansh hai
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