7. 'ज्ञानी' से कवयित्री का क्या अभिप्राय है?
Answers
Answered by
5
Answer:
ज्ञानी से कवयित्री का अभिप्राय है जिसने आत्मा और परमात्मा के सम्बन्ध को जान लिया हो। कवयित्री के अनुसार ईश्वर का निवास तो हर एक कण-कण में है परन्तु मनुष्य इसे धर्म में विभाजित कर मंदिर और मस्जिद में खोजता फिरता है। वास्तव में ज्ञानी तो वह है जो अपने अंतकरण में ईश्वर को पा लेता है।
Explanation:
please follow me for more answers
Answered by
4
Answer:
‘ज्ञानी’ से कवयित्री का अभिप्राय आत्मज्ञान से है-जिसने आत्मा को जाना हो,परमात्मा को
जाना हो, वही सच्चा ज्ञानी है ।
Explanation:
Similar questions