Chemistry, asked by samyrabudhwani5168, 9 months ago

700K ताप पर अभिक्रिया H_2(g) + I_2(g) \rightleftharpoons 2HI(g) के लिए साम्य स्थिरांक 54.8 है। यदि हमने शुरू में HI(g) लिया हो, 700K ताप साम्य स्थापित हो, तथा साम्य पर 0.5 molL⁻¹ of HI(g) उपस्थित हो, तो साम्य पर H_2(g)) एवं I_2(g) की सांद्रताएँ क्या होगी?

Answers

Answered by vedant47070
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यह मुझे केमिस्ट्री का क्वेश्चन नहीं लगता इंग्लिश में कुछ पूछो यार

Answered by ankugraveiens
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साम्य पर H_2(g) और I_2(g)  की सांद्रताएँ ;

    [H_2] =  0.068 mol L^{-1}  और  [I_2] =  0.068 mol L^{-1}

Explanation:

प्रश्न मे दिया हुआ है कि ; K_C = 54.8   ,  तथा साम्य पर ,[HI(g)] = 0.5 mol L^{-1}

                            H_2(g)   + I_2(g)   \rightleftharpoons  2HI(g)

प्रश्न मे दी हुई अभिक्रिया के अनुसार ;

                               K_C = \frac{[HI^2]}{[H_2][I_2]}    \Rightarrow    54.8 = \frac{[0.5]^2}{[H_2][I_2]}

  या ,                   [H_2][I_2] = \frac{0.25}{54.8}          

चूकि ,  साम्य पर H_2(g) और I_2(g)  की सांद्रताएँ समान होगी , अगर HI का  पृथक्करण (Dissociation) होगा |

  इसलिए  ,  [H_2] = [I_2]    ,  [H_2]^2 = 4.56 \times 10^{-3}   \Rightarrow    [H_2] =  0.068 mol L^{-1}

    अतः        [H_2] =  0.068 mol L^{-1}  और  [I_2] =  0.068 mol L^{-1}

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