India Languages, asked by radhikakrishn894, 2 months ago

8. अभिवादन शीलस्य नित्यं वृद्धोपसेविनः।
चत्वारि तस्य वर्द्धन्ते आयुर्विद्या यशोबलम्।।
उपर्युक्त श्लोक का सन्दर्भ सहित अनुवाद लिखिए।​

Answers

Answered by vandanagrover43
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Explanation:

प्रस्तुत श्लोक में यह बताया गया है कि गुणवान व्यक्ति का क्या-क्या बढता है। ऐसा व्यक्ति जो अभिवादन शील है अर्थात बड़ों को नमस्कार करता है रोज वृद्धों की सेवा करता है ऐसे व्यक्ति के ऐसे व्यक्ति के 4 गुण आयु विद्या यश और बल बढ़ते है

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