Hindi, asked by rihannahirani, 10 months ago

8. कूड़ा फेंकने की जगह पर नंदन और मालती को क्या दिखा?​

Answers

Answered by chandrahasapoojary2
4

Answer:

कूड़ेदान – साफ-सुथरी जगह हर किसी को पसंद है लेकिन उसे साफ करना शायद ही किसी को अच्छा लगता हो. हर इंसान के जीवन में स्वच्छ जगह का महत्व होता है इसलिए कहा जाता है कि जहां स्वच्छता होती है वहीं पर माता लक्ष्मी भी वास करती हैं.

हम साफ-सुथरे घर में रहना पसंद करते हैं यहां तक कि साफ-सुथरे बिस्तर पर ही हमें सुकून की नींद आती है. जबकि कहीं बाहर जाने पर हमें इस मामले में काफी एडजस्ट करना पड़ता है. जैसे- ट्रेन में सफर करते वक्त हमें सोने के लिए संकरी सीट पर एडजस्ट होकर सोना पड़ता है और घर जैसी साफ-सफाई भी हमें कहीं और नहीं मिलती है.

दरअसल हम किस जगह पर अच्छा महसूस करते हैं और किस जगह पर असहज महसूस करते हैं इन सब बातों का अहसास हमारा सचेत दिमाग ही कराता है. हमें अपने ऑफिस की जगह पर कैसा लगता है और कार या किसी पब्लिक ट्रांसपोर्ट में सफर करते वक्त कैसा महसूस होता है ये सब हमारे दिमाग की सचेत अवस्था पर निर्भर करता है.

Answered by rahulgholla
3

Answer:

कूड़ेदान – साफ-सुथरी जगह हर किसी को पसंद है लेकिन उसे साफ करना शायद ही किसी को अच्छा लगता हो. हर इंसान के जीवन में स्वच्छ जगह का महत्व होता है इसलिए कहा जाता है कि जहां स्वच्छता होती है वहीं पर माता लक्ष्मी भी वास करती हैं.

हम साफ-सुथरे घर में रहना पसंद करते हैं यहां तक कि साफ-सुथरे बिस्तर पर ही हमें सुकून की नींद आती है. जबकि कहीं बाहर जाने पर हमें इस मामले में काफी एडजस्ट करना पड़ता है. जैसे- ट्रेन में सफर करते वक्त हमें सोने के लिए संकरी सीट पर एडजस्ट होकर सोना पड़ता है और घर जैसी साफ-सफाई भी हमें कहीं और नहीं मिलती है. दरअसल हम किस जगह पर अच्छा महसूस करते हैं और किस जगह पर असहज महसूस करते हैं इन सब बातों का अहसास हमारा सचेत दिमाग ही कराता है. हमें अपने ऑफिस की जगह पर कैसा लगता है और कार या किसी पब्लिक ट्रांसपोर्ट में सफर करते वक्त कैसा महसूस होता है ये सब हमारे दिमाग की सचेत अवस्था पर निर्भर करता है.

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