8. निम्नलिखित वाव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए
"पा विधवा रही पतोह
लक्ष्मी थी, यद्यपि पति बातिन,
पकड़ मंगाया कोतवाल ने,
डूब में मरी एक दिन।
खैर, पैर की जूती, जोह
नसही एक दूसरी आती,
पर जवान लड़के की सुध का
साँप लोटते, फटती छाती।
(क) किसान की बह को 'लक्ष्मी थी, यद्यपि पति घातिन क्यों का
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Explanation:
उत्तर:- प्रस्तुत कविता में स्त्री की स्थिति बड़ी ही दयनीय बताई गई है। विधवा स्त्री से सहानुभूति रखने की अपेक्षा उसे पति की हत्यारिन करार दिया जाता है। कोतवाल उसे बिना किसी कारण के धमकाता है और उसके साथ कुकर्म करने से भी नहीं चुकता। उसे इतना पीड़ित किया जाता है कि वह आत्महत्या करने के लिए मजबूर कर दी जाती है।
वर्तमान युग की बात करें तो स्त्रियों की स्थिति पहले की तुलना में कई बेहतर है। आज एक बार लगभग सभी देशों में स्त्री पुनः अपनी शक्ति का लोहा मनवा रही है। हम कह सकते हैं कि आज का युग स्त्री-जागरण का युग है। भारत में तो सर्वोच्च राष्ट्रपति पद की कमान भी स्त्री ने सँभाली है। शिक्षा, साहित्य, कला, विज्ञान, चिकित्सा, शासन कार्य और यहाँ तक कि सैनिक बनकर देश की रक्षा के लिए मोर्चों पर जाने में भी वे पीछे नहीं रही है। अब स्त्री अबला नहीं अपराजिता है और उसकी जीत में पुरुषों का योगदान ठीक वैसे ही है जैसे एक पुरुष की जीत में स्त्री का हाथ होता है।