8. 'पार्श्वनाथ चरित' के लेखक हैं
(A) वीरनन्दी
(B) धनंजय
AC) मुनिजिनविजय
(D) वादिराज
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सही विकल्प होगा...
➲ (D) वादिराज
✎... पार्श्वनाथ चरित्र के लेखक ‘वादिराज’ हैं। इस ग्रंथ का रचनाकाल शक संवत् 647 अर्थात 1025 ईस्वी रहा है। वादिराज ने अपने ‘पार्श्वनाथ चरित्र’ ग्रंथ में भगवान पार्श्वनाथ के जीवन चरित्र का वर्णन किया है।
भगवान पार्श्वनाथ जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर हैं। उनका जन्म अरिष्टनेमि के 1000 वर्ष बाद इक्ष्वाकु वंश में हुआ था। उनका जन्म स्थान वाराणसी था। उनके पिता का नाम अश्वसन और माता का नाम वामादेवी था। भगवान पार्श्वनाथ जैन धर्म में बेहद पूजनीय हैं, उनके समय में समाज में बेहद पाखंड और कुरीतियां व्याप्त थीं, जिसका उन्होंने खंडन किया और धर्म की स्थापना की। उनका महापरिनिर्वाण हजारीबाग के पास पार्श्वनाथ पहाड़ी पर हुआ था।
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