8. प्रतिस्थापनात्मक और अंतराली ठोस विलयनों में कैसे विभेद करेंगे?
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दो या दो से अधिक पदार्थों का एक एक समांग मिश्रण है, जिसे किसी निश्चित ताप पर विलेय (Solute) और विलायक (Solvent) की आपेक्षिक मात्राएँ एक निश्चित सीमा तक निरंतर परिवर्तित हो सकती है. उदाहरण :- नमक या चीनी का जल (water) में विलियन.
विलयन (solution) की विशेषताएं …
विलयन दो या दो से अधिक पदार्थों का समांग मिश्रण है.
किसी विलयन में विलेय के कणों की त्रिज्या 10-7 सेमी से कम होती है. अत: इन कणों को सूक्ष्मदर्शी (microscopes) द्वारा भी नहीं देखा जा सकता है.
विलयन में विलेय के कण विलायक में इस प्रकार घुलमिल जाते हैं कि एक का दूसरे से विभेद करना संभव नहीं होता है.
विलयन में उपस्थित विलेय के कण छन्ना पत्र के आर-पार आ-जा सकते हैं.
विलयन स्थायी एवं पारदर्शक होता है.
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