8. पतझड़ और निराशा में क्या समानता है ?
Answers
Answered by
6
Answer:
पतझड़ के वक्त पेड़ से सारे पत्ते झड़ जाते हैं अर्थात पेड़ की सारी हरियाली चली जाती है। जिससे पेड़ों का सौन्दर्य भी मिट जाता है। उसी प्रकार जब कोई निराश होता है तो उसकी सारी खुशियां चली जाती हैं, उसे लगता है कि वह बिल्कुल अकेला है और वह कुछ भी नहीं कर सकता है।
Answered by
3
Answer:
पतझड़ के वक्त पेड़ से सारे पत्ते झड़ जाते हैं अर्थात पेड़ की सारी हरियाली चली जाती है। जिससे पेड़ों का सौन्दर्य भी मिट जाता है। उसी प्रकार जब कोई निराश होता है तो उसकी सारी खुशियां चली जाती हैं, उसे लगता है कि वह बिल्कुल अकेला है और वह कुछ भी नहीं कर सकता है।
Similar questions