8. उस लड़की ने कहा, “मेरा नाम सुमन है, मनीषा मत बोलो” इस घटना से तथा गीता के उपर्युक्त श्लोकों से हम क्या समझ सकते हैं? (गीता २.१३ व २.२२)
क. जिस प्रकार मनुष्य पुराने वस्त्रों को त्याग कर नए वस्त्र धारण करता है, उसी प्रकार आत्मा पुराने तथा व्यर्थ के शरीरों को त्याग कर नवीन भौतिक शरीर धारण करती है।
ख. हम यह शरीर नहीं आत्मा हैं।
ग. जिस प्रकार शरीरधारी आत्मा इस (वर्तमान) शरीर में बाल्यावस्था से तरुणावस्था में और फिर वृद्धावस्था में निरंतर अग्रसर होती रहती है, उसी प्रकारमृत्यु (पुर्नजन्म) होने पर आत्मा दूसरे शरीर में चली जाती है। धीर व्यक्ति ऐसे परिवर्तन से मोह को प्राप्त नहीं होता।
घ. उपर्युक्त सभी
Answers
Answered by
4
Answer:
4th is the right answer
Answered by
0
Explanation:
इसका आंसर you answer you answer
Similar questions