80 से 100 शब्दों में अनुच्छेद लिखिए।
शीर्षक - आसाम की जनसांख्यिकी
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असम में नेशनल रजिस्ट्रर ऑफ सिटिजंस (एनआरसी) तैयार करना एक दुर्लभ कार्य साबित हुआ। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 2011 की जनगणना के अनुसार जिस प्रदेश की जनसंख्या 3.09 करोड़ थी, वहां नागरिकता के लिए लोगों द्वारा 6.67 करोड़ यानी दोगुने से अधिक दस्तावेज जमा करवाए गए। इनका वेरिफिकेशन एक बड़ी चुनौती थी। इन 6.67 करोड़ दस्तावेज को छांटने के लिए ‘डॉक्समेन’ यानी डॉक्यूमेंट सेग्रगेशन एंड मेटा-डाटा एंट्री सॉफ्टवेयर बनाया गया।
1.9 करोड़ लोगों के नाम एनआरसी मसौदे के एक हिस्से में 31 दिसंबर, 2017 को आधी रात को प्रकाशित किए गए थे। पिछले साल 30 जुलाई को एनआरसी का पूरा मसौदा जारी हुआ था, जिसमें 2.9 करोड़ लोगों में से 40 लाख के नाम नहीं थे। इस साल अतिरिक्त 1,02,462 लोगों को बाहर कर दिया गया था। इसके साथ ही सूची से बाहर किए गए कुल लोगों की संख्या 41,10,169 पहुंच गई थी। एनआरसी की प्रक्रिया 2013 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 2015 में शुरू हुई थी। कोर्ट इस पूरी प्रक्रिया पर निगरानी रख रहा है।