81. संकीर्तन यज्ञ का प्रारंभ किसने किया?क. रामानुजाचार्यख. मध्वाचार्यग. शंकराचार्यघ. चैतन्य महाप्रभू
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देवरिया: क्षेत्र के ग्राम भरहे चौरा में श्री पुरुषोत्तम मास अखंड हरिनाम संकीर्तन महायज्ञ का शुभारंभ हुआ। आचार्य मकसूदन महराज के निर्देशानुसार कार्यक्रम प्रारंभ किया गया। इसके लिए भव्य कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा में भरहे चौरा के आसपास के क्षेत्र के महिला और पुरुषों के साथ बच्चों ने बड़े उत्साह के साथ भाग लिया।
कलश यात्रा का शुभारंभ मंगल बाबा स्थान दुर्गा मंदिर से होकर सिद्धेश्वर शीतल देव नारायण महाविद्यालय भरहे चौरा के मुख्य गेट से होते हुए छावनी टोला, कुरमौटा ठाकुर, गौनरिया, बेहरा डाबर, चंदौली होते हुए सिद्ध पीठ सिद्ध स्थान भरहे चौरा पहुंची। इसी के साथ ही रास्ता में जगह जगह मिश्री, रामदाना, पेठा तथा पानी पीने के लिए व्यवस्था श्रद्धालुओं के द्वारा की गई थी। आयोजन कमेटी द्वारा भव्य स्वागत किया गया। यह महायज्ञ 13 जून तक चलेगा, जिसमें अखंड हरिनाम संकीर्तन के भव्य कलश यात्रा में आसपास के सम्मानित भक्तजन एवं धर्मावलंबी व्यक्ति बड़े उत्साह के साथ भाग लिए थे। कलश यात्रा को सफल बनाने के लिए प्रबंधक अजीत कुमार ¨सह अपने ग्राम वासियों के साथ और आयोजन कमेटी के सदस्यों के साथ जी जान से लगे हुए थे और जब सभी कलशधारी महिला-पुरुष आयोजन स्थल पहुंचे, जिनका स्वागत करते हुए हरि नाम के साथ पुरुषोत्तम मास अखंड-संकीर्तन महायज्ञ प्रारंभ हुआ। कमेटी के अजीत कुमार ¨सह , प्रबंधक ध्रुव नारायण ¨सह, कन्हैया ¨सह, रामध्यान पटेल, गोपाल, बंका गिरी, चंदन प्रताप ¨सह, मुरारी नारायण ¨सह, जितेंद्र प्रसाद, वीरेंद्र तिवारी शामिल रहे। इस यज्ञ में हाथी घोड़ा का अपना एक विशेष कार्यक्रम चला जिसमें दर्शकों का मन मोह लिया।
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last chetnya mahaprabhu ne