(90) राम के वन चले जाने पर दशरथ ने प्राण त्याग दिये।
(91) मैं सवेरे घूमता हूँ।
(92) कालिदास कवियों में श्रेष्ठ हैं।
(93) माता अच्छी (धन्य) है।
(94) वह शास्त्र में निपुण है।
(95) पर्वतों में हिमालय सबसे ऊँचा है।
(96) हे शिव! रक्षा करो।
(97) अरे! तुम क्या कर रहे हो?
(98) हे सीता! तुम कहाँ हो?
(99) बालको! पाठ याद करो।
(100) हरि! मैं यहाँ हैं।
(101) गुरुजी! मुझे मत मारो।
(102) यह मेरा घर है।
(103) तुम्हारा भाई यहाँ आया था।
(104) ये पुस्तकें नयी हैं।
(105) उस नगर में कौन रहता था?
(106) मैं उस लड़की को पुस्तक देता हूँ।
(107) इस ग्राम में सज्जन रहते हैं।
(108) मैं सफेद घोड़ा देखता हूँ।
(109) यह जल पवित्र है।
(110) पथिक वृक्ष की शीतल छाया में बैठता है।
(111) वे निर्बल पुरुषों की रक्षा करते हैं।
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Answer:
But whats the question?
(90) राम के वन चले जाने पर दशरथ ने प्राण त्याग दिये।
अनुवाद:-> रामस्य वनं गते सति दशरथ: प्राणान् अत्यजत्|
(91) मैं सवेरे घूमता हूँ।
अनुवाद:-> अहं प्रात:काले भ्रमामि|
(92) कालिदास कवियों में श्रेष्ठ हैं।
अनुवाद:-> कालिदासः कविषु श्रेष्ठ:|
(93) माता अच्छी (धन्य) है।
अनुवाद:-> माता धन्य:|
(94) वह शास्त्र में निपुण है।
अनुवाद:-> स: शास्त्रे निपुण: अस्ति|
(95) पर्वतों में हिमालय सबसे ऊँचा है।
अनुवाद:-> पर्वतेषु हिमालय: सर्वाधिक: उच्च: वर्तते|
(96) हे शिव! रक्षा करो।
अनुवाद:-> हे शिव! रक्ष|
(97) अरे! तुम क्या कर रहे हो?
अनुवाद:-> भो! त्वं कथम् अस्ति|
(98) हे सीता! तुम कहाँ हो?
अनुवाद:-> हे सीता! त्वं कुत्र असि?
(99) बालको! पाठ याद करो।
अनुवाद:-> बालका: पाठं स्मरणं कुर्युः|
(100) हरि! मैं यहाँ हैं।
अनुवाद:-> हरि! अहम् अत्र अस्मि|
(101) गुरुजी! मुझे मत मारो।
अनुवाद:-> गुरु! मां मा ताडयम्|
(102) यह मेरा घर है।
अनुवाद:-> एतत् मम गृहम् अस्ति|
(103) तुम्हारा भाई यहाँ आया था।
अनुवाद:-> तव भ्राता अत्र आगच्छत्|
(104) ये पुस्तकें नयी हैं।
अनुवाद:-> एतानि पुस्तकानि नवीन: सन्ति|
(105) उस नगर में कौन रहता था?
अनुवाद:-> तस्मिन् नगरे क: प्रतिवसति स्म|
(106) मैं उस लड़की को पुस्तक देता हूँ।
अनुवाद:-> अहं तं बालिकायै पुस्तकं ददामि|
(107) इस ग्राम में सज्जन रहते हैं।
अनुवाद:-> अस्मिन् ग्रामे सज्जना: वसन्ति|
(108) मैं सफेद घोड़ा देखता हूँ।
अनुवाद:-> अहं श्वेतं अश्वं पश्यामि|
(109) यह जल पवित्र है।
अनुवाद:-> एतत् जलं पवित्रम् अस्ति|
(110) पथिक वृक्ष की शीतल छाया में बैठता है।
अनुवाद:-> पथिक: वृक्षस्य शीतला छायां तिष्ठति|
(111) वे निर्बल पुरुषों की रक्षा करते हैं।
अनुवाद:-> ते निर्बलाणां पुरुषाणां रक्षन्ति|