अंग्रेजों पर सबसे पहले,किसने बन्दूक उठाई थी?"गोरों की लाश बिछाकर फिर-सीने पर गोली खाई थी।"
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Answer:
I think it's Mangal Pandey.
Explanation:
अंग्रेजों पर बंदूक सबसे पहले मंगल पांडे ने उठाई थी।
गोरों की लाश बिछाकर फिर सीने पर गोली खाई थी।
Explanation:
मंगल पांडे को भारतीय स्वाधीनता संग्राम की शुरुआत करने का श्रेय जाता है और वही भारत की स्वाधीनता संग्राम के प्रथम शहीद माने जाते हैं। 1857 के भारत के पहले स्वाधीनता संग्राम का आरंभ मंगल पांडे की शहादत के साथ ही शुरू हुआ था।
मंगल पांडे ईस्ट इंडिया कंपनी की 34वीं बंगाल इन्फेंट्री के एक सिपाही थे, उनका जन्म उस समय के संयुक्त प्रांत के बलिया नामक जिले में हुआ था। वह जब ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना में शामिल हो गए तभी से उनके मन में अंग्रेजों द्वारा भारतीयों के प्रति किए जा रहे दुर्व्यवहार व शोषण की नीतियों से विद्रोह की भावना पनपने लगी थी। जब एक बार उनको और उनके साथियों को पता चला कि उन्हें ऐसे कारतूस दिए जाने वाले हैं, जिनमें गाय और शूकर की चर्बी का इस्तेमाल होता है तो अपनी धार्मिक आस्था के कारण उन्होंने ऐसे कारतूस का उपयोग करने से इंकार कर दिया। उनकी रेजीमेंट के अफसर ने उन्हें अपनी राइफल छोड़ने और वर्दी उतारने के लिए कहा। तब मंगल पांडे ने ये बात मानने से मना कर दिया।
ऐसे में अंग्रेज अवसर उन पर भड़क गया और उनकी राइफल छीनने के लिए आगे बढ़ा। तब मंगल पांडे ने अंग्रेज अफसर पर हमला कर दिया और अंग्रेज अफसर को मौत के घाट उतार दिया उसके बाद उन्होंने एक और दूसरे अधिकारी को मौत के घाट उतार दिया।
अंग्रेज अफसर ने बाकी सिपाहियों से मंगल पांडे को गिरफ्तार करने के लिए कहा लेकिन एक सिपाही को छोड़कर किसी ने भी अंग्रेज अफसर के आदेश को मानने से इंकार कर दिया। फिर मंगल पांडे ने सबको अपने साथ चलने के लिए कहा लेकिन किसी की हिम्मत नहीं हुई। मंगल पांडे ने स्वयं को गोली मारने का प्रयास किया और इस प्रक्रिया में घायल हो गए और गिरफ्तार कर लिए गए बाद में अंग्रेजों ने उन्हें फांसी दे दी। उनकी मौत के बाद भारत का प्रथम स्वाधीनता संग्राम जोर पकड़ गया और पूरे भारत में फैल गया।