अंग दान का महत्व हिंदी एस्से राइटिंग
Answers
Answer:
सबसे पहले, शोक प्रक्रिया के लिए अंग दान बहुत मददगार है। इसके अलावा, कई दाता परिवार अंगदान के कारण राहत और सांत्वना लेते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि वे समझते हैं कि उनके प्रियजन ने अन्य लोगों के जीवन को बचाने में मदद की है। ... अंगदान कई लोगों के जीवन की गुणवत्ता में भी सुधार कर सकता है।
यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें एक जीवित या मृत व्यक्ति से एक स्वास्थ्य अंग (दाता) लिया जाता है और उस व्यक्ति में प्रत्यारोपित किया जाता है जिसका संबंधित अनाथ (प्राप्तकर्ता) खराब होता है। दान किए गए अंग प्राप्तकर्ता को लंबे और बेहतर गुणवत्ता वाले जीवन का अवसर देते हैं।
Answer:
अंग दान ज्यादातर मौत के बाद किया जाता है। हालांकि कुछ अंगों को जीवित व्यक्ति द्वारा भी दान किया जा सकता है। ज्यादातर अंग जो प्रत्यारोपण के उद्देश्य के लिए उपयोग किये जाते है उनमें गुर्दे, यकृत, हृदय, अग्न्याशय, आंत, फेफड़े, हड्डियां और अस्थि मज्जा शामिल हैं। प्रत्येक देश अंग दान के लिए अपनी प्रक्रिया का पालन करता है।अंगदान एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें एक इंसान (मृत और कभी-कभी जीवित भी) से स्वस्थ अंगों और टिशूज़ को ले लिया जाता है और फिर इन अंगों को किसी दूसरे जरूरतमंद शख्स में ट्रांसप्लांट कर दिया जाता है। इस तरह अंगदान से किसी दूसरे शख्स की जिंदगी को बचाया जा सकता है।अंगदान जैसा महादान मुक्ति में बाधक नहीं अपितु सहायक है. मृत्युपरांत अपने अंग का दूसरों द्वारा प्रयोग होने के कारण आप किसी न किसी रूप में जीवित ही रहते हैं. और धार्मिक लोग यह कहते हैं की आत्मा अमर होता है, यह नश्वर शारीर तो आत्मा का चोला मात्र है, मृत्यु और जन्म वैसे ही है जैसे हम कपडे बदल लेते हैं