(अ) इंटरनेट पत्रकारिता क्या है?
(ब) पत्रकारिता में 'बीट' किसे कहते हैं?
(स) कूटीकरण या एनकोडिंग से क्या तात्पर्य है?
(द) संपादक का प्रमुख कार्य बताइए।
Answers
(अ) इंटरनेट पत्रकारिता क्या है?
✎... इंटरनेट पत्रकारिता से आशय उस पत्रकारिता से है, जो इंटरनेट पर चलने वाली वेबसाइट पर आधारित होती है। ऐसी पत्रकारिता करने वाले पत्रकार इंटरनेट पर संचालित की जाने वाली किसी वेबसाइट से जुड़े होते हैं और उस वेबसाइट के लिए रिपोर्टिंग करते हैं।
(ब) पत्रकारिता में 'बीट' किसे कहते हैं ?
✎... पत्रकारिता के क्षेत्र में खबरें के कई तरह की होती हैं, राजनीतिक खबरे, आर्थिक खबरें, अपराध जगत से संबंधित खबरें, खेल जगत से संबंधित खबरें, फिल्म जगत से संबंधित खबरें या कृषि, कानून, विज्ञान, धर्म या शिक्षा जगत से संबंधित खबरें आदि खबरें प्रदान करने वाले संवाददाताओं के बीच उनके काम का विभाजन उनकी दिलचस्पी और उनके ज्ञान के आधार पर किया जाता है ताकि संवाददाता अपनी दिलचस्पी और अपने ज्ञान क्षमता के अनुसार संबंधित क्षेत्र का चुनाव कर सकें। इसलिए एक क्षेत्र विशेष को संवाददाता को दे दिया जाता है ताकि वह उसी क्षेत्र से संबंधित खबरें तैयार करें और उन खबरों की रिपोर्टिंग करे। पत्रकारिता की भाषा में इसे बीट कहते हैं।
उदाहरण के तौर पर एक संवाददाता की बीट अगर फिल्म जगत है तो इसका तात्पर्य यह है कि उसका कार्य क्षेत्र फिल्म जगत से संबंधित रहेगा और वह फिल्म जगत से संबंधित घटनाओं की रिपोर्टिंग करेगा। अगर किसी पत्रकार या संवाददाता की बीट खेल है तो वह देश-विदेश में हो रही खेल गतिविधियों पर रिपोर्टिंग करेगा।
(स) कूटीकरण या एनकोडिंग से क्या तात्पर्य है?
✎... कूटीकरण या इनकोडिंग से तात्पर्य संदेश को कूट भाषा में कूटीकृत करने से होता है। कूटीकरण का कार्य संचार की प्रक्रिया में इस्तेमाल किया जाता है। यह संचार की प्रक्रिया का दूसरा चरण होता है। एक सफल संचार के लिए संदेश का कूटीकरण (एनकोडिंग) आवश्यक होता है। अर्थात अपने संदेश को किसी भाषा में परिवर्तित करना ही कूटीकरण कहलाता है। इसके साथ यह भी आवश्यक है कि कूटीकरण की भाषा संचार के दोनों पक्षों अर्थात प्राप्त कर्ता और प्रेषक दोनों को समझ आती हो।
सरल अर्थों में कहें तो संचार की प्रक्रिया में अपने संदेश को भाषा में परिवर्तित करना ही कूटीकरण (एनकोडिंग) कहलाता है।
(द) संपादक का प्रमुख कार्य बताइए।
✎... संपादक का प्रमुख कार्य इस प्रकार हैं...
- संपादक अपने समाचार पत्र का सबसे प्रमुख होता है, उसकी निगरानी में ही समाचार पत्र की सामग्री का स्वरूप तय किया जाता है।
- छपने वाली खबरों की प्रमाणिकता की पुष्टि करके ही उन्हे छपने के लिये आगे बढ़ाना भी संपादक का काम होता है।
- संपादक यह निर्णय करने का उत्तरदायी होता है कि समाचार पत्र में क्या छपेगा और कितना छपेगा।
- समाचार पत्र की सामग्री के चयन में के लिए भी संपादक उत्तरदायी होता है।
- समाचार पत्र में संपादक छपने वाले संपादकीय संपादक की निगरानी में ही तैयार किए जाते हैं।
- संपादक छपने वाली सामग्री में अनावश्यक बातों की काट-छांट भी करता है।
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