अ) इन प्रश्नों के उत्तर तीन-चार पंक्तियाँ में लिखिए|
1. रैदास जी ने ईश्वर की तुलना चंदन, बादल और मोटी से की है| आप ईश्वर की तुलना किससे करना चाहेंगे? और क्यों?
2. मीरा की भक्ति भावना कैसी है? अपने शब्दों में लिखिए|
Hindi Class X SCERT Telangana Ch 7
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मै प्रभु की तुलना बादल से करना चाहेंगे क्योंकि बादल जिस प्रकार लोगों के पास आकर भी उनके लिए जल पूर्ति करता है और लोग वर्षा स्थान पर जाकर स्वयं की जल पूर्ति कर सकते हैं उसी प्रकार प्रभु लोगों के पास आकर उनके कष्टों का निवारण करते हैं और मृत्युपरांत अपने पास बुलाकर उन्हें जीवन के बंधन से मुक्त करते हैं
मीराबाई की भक्ति भावना भगवान श्रीकृष्ण से बहुत मृदुल प्रेमपूर्वक थी वह श्री कृष्ण भगवान को अपना स्वामी मानती थी
मीराबाई की भक्ति भावना भगवान श्रीकृष्ण से बहुत मृदुल प्रेमपूर्वक थी वह श्री कृष्ण भगवान को अपना स्वामी मानती थी
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प्रस्तुत प्रश्न बकित- पद नामक पाठ से दिया गया है|इस में एक चौपाई और एक पद है|चौपाई और पद विशेष लय और ताल से गाये जाते है|बच्चों को ये राजत्मक रहकर मन को छू जाते है|चौपाई चाँद चार पंक्तिओं का होता है|इसकी प्रत्येक पंक्तिओं में 16 मात्राएँ होती है|छात्रों को प्राचीन साहित्य से अवगत कराना ही इस पाठ का मुख्य उधेश्य है|काव्य रचना की विविध शैलिओं का परिचय कराना है|
हम इश्वर की तुलना प्रभु,स्वामी,मित्र,माता-पिता,गुरे से करते है|क्योंकि सब कीच इश्वर् की ही देन है|इश्वर दानी है तो मैं भिकारी हू |इश्वर प्रभु है तो मैं सेवक हु |
मीरा भक्ति काल की कवयित्री है|मीरा क्रुश्नोपासक कवियों में प्रसिद्ध कवयित्री है|वह बचपन से ही कृष्ण भक्ति में डूबी रहती थी|वह कृष्ण को ही उपनी पति मानकर भक्ति पद गाया करती थी|उनकी भक्ति मधुर भक्ति है|
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