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प्रश्न 2 बच्चों द्वारा इंटरनेट के दुरूपयोग पर बात कर रखी को
महिलाओं के मध्य संवाद लिलिए।(4)
13. 'दो बैलों की कथा' पाठ के आधार पर निम प्रश्नों के उत्तर
Answers
Explanation:
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Answer:
इंटरनेट ने हमारे जीवन के मायने पूरी तरह से बदल दिए हैं। इसने हमारे जीवन के स्तर को ऊँचा कर दिया है और कई कार्यों को बहुत सरल और आसान बना दिया है। हालांकि इसने कई नुकसानों को भी जन्म दिया है। जैसे हर चीज के साथ होता है इंटरनेट का अधिक उपयोग हानिकारक भी हो सकता है। इंटरनेट के साथ कई नुकसान जुड़े हैं। इनमें से कुछ समय का व्यर्थ होना, धोखाधड़ी, स्पैमिंग और हैकिंग शामिल हैं।
इंटरनेट कई फायदे प्रदान करता है लेकिन इसके द्वारा प्रदान किए जाने वाले नुकसानों की संख्या भी कम नहीं है। इंटरनेट के मुख्य नुकसान में से एक यह है कि यह विशेष रूप से छात्रों का ध्यान भटकाता है।
इंटरनेट से छात्रों का ध्यान भटकता है
इंटरनेट सूचना का एक विशाल स्रोत माना जाता है और इस तरह से यह छात्रों के लिए एक वरदान साबित हुआ है। ऐसा इसलिए है क्योंकि किसी भी विषय या पाठ से संबंधित सारी जानकारी इंटरनेट पर उपलब्ध है। इसलिए यदि कोई छात्र किसी लेक्चर में उपस्थित नहीं होता या शिक्षक की गति से मिलान नहीं कर पाता है तो वह उन विषयों पर सहायता पाने के लिए इंटरनेट की मदद ले सकता है।
माता-पिता अपने बच्चों को इंटरनेट का उपयोग करने की अनुमति इसलिए देते हैं ताकि वे अपनी परीक्षाओं के लिए बेहतर तरीके से तैयार कर सकें पर कई छात्रों ने इसका दुरुपयोग किया है। चूंकि इंटरनेट मनोरंजन के प्रचुर स्रोत प्रदान करता है इसलिए इसका विरोध करना कठिन है। कई छात्र इंटरनेट पर विभिन्न प्रकार के वीडियो देखते हैं या मनोरंजक उद्देश्य के लिए ऑनलाइन गेम खेलते हैं पर वे जल्द ही इसके आदी हो जाते हैं और अपना समय इंटरनेट पर कुछ देखने/खेलने पर खर्च करते रहते हैं। यह समय की बहुत बड़ी बर्बादी है।
सोशल मीडिया ने समय की बर्बादी को बहुत बढ़ावा दिया है। किशोरावस्था की उम्र में बच्चे चकाचौंध और ग्लैमर की ओर आकर्षित होते हैं। वे अपने मित्रों और परिवार के सदस्यों को सोशल मीडिया पर अपने फ़ोटो और पोस्ट दिखाने के बारे में चिंतित रहते हैं। इसके बाद वे लाइक्स और टिप्पणियों को देखने के लिए अपनी पोस्ट को दोबारा चेक करते रहते हैं। ऐसा करने में बहुत समय बर्बाद होता है। डेटिंग और चैटिंग ऐप्स भी पढ़ाई में बाधा साबित होती हैं।
निष्कर्ष
माता-पिता को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि अपने बच्चों को इंटरनेट एक्सेस प्रदान करने के साथ-साथ किस तरह बच्चे उसका उपयोग कर रहें हैं उस पर भी नज़र रखें। ऐसी साइटों, जो बच्चों के लिए उपयुक्त नहीं हैं, उनको ब्लाक किया जाना उचित है। हालांकि माता-पिता आमतौर पर इस पहलू को हल्के में ले लेते हैं या ऐसे मामलों में ढील बरतते हैं। यह गलत है। माता-पिता को ऐसी साइटों पर नज़र रखनी चाहिए और उनके बच्चों की इंटरनेट गतिविधियों की निगरानी करनी चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे इंटरनेट का उपयोग केवल अच्छे कामों के लिए करें।