A nice hindi poem for class 8.(6 to 8 lines)
Answers
Answered by
32
इतने ऊंचे उठो इतने ऊंचे उठो कि जितना उठा गगन है।देखो इस सारी दुनिया को एक दृष्टि से,सिंचित करो धरा समता की भाव सृष्टि से,जातिभेद की धर्म वेश की काले - गोरे रंग द्वेष की ज्वालाओं से जलते जग मेंइतनी शीतल बहो कि जितना मलय पवन है।नए हाथ से वर्तमान का रूप संवारो,नई तूलिका से चित्रों के रंग उभारो,नए राग को नूतन स्वर दोभाषा को नूतन अक्षर दोयुग की नई मूर्ति रचना मेंइतने मौलिक बनो कि जितना स्वयं सृजन है।लो अतीत से उतना ही जितना पोषक है,जीर्ण-शीर्ण का मोह मृत्यु का ही द्योतक है,तोड़ो बंधन रुके न चिंतनगति जीवन का सत्य चिरंतनधारा के शाश्वत प्रभाव मेंइतने गतिमय बनो कि जितना परिवर्तन है।HOPE THIS WILL HELP YOU....
Similar questions