A paragraph on dr APJ Abdul Kalam in Hindi
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कलाम ने 1950 में तिरुचिरापल्ली के सेंट जोसेफ कॉलेज से बी० एस० सी० की परीक्षा उत्तीर्ण की। उन्होंने मद्रास इंस्टीटयूट ऑफ़ टेक्नोलोजी से एरोनोटिकल इंजीनियरिंग में उपाधि प्राप्त की। 1958 ई० में कलाम डी० टी० डी० एंड पी० में तकनीकी केंद्र में वरिष्ठ वैज्ञानिक सहायक के पद पर नियुक्त हुए। 1963 से 1982 ई० तक कलाम ने अन्तरिक्ष अनुसंधान समिति में विभिन्न पदों पर काम किया।
सन 1981 के गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर डा० कलाम को 'पद्म भूषण' से सम्मानित किया गया। भारत सरकार द्वारा 1990 ई० में इन्हें 'पद्म विभूषण' और 1997 ई० में भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' से सम्मानित किया गया। 25 जुलाई 2002 को डा० कलाम ने भारत के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। कलाम 'मिसाइल मैन' के नाम से प्रसिद्द हैं।
सोमवार दिनांक 27 जुलाई 2015 की शाम मेघालय की राजधानी शिलांग में हृदयाघात होने से डॉ कलाम का देहान्त हो गया। वे भारतीय प्रबन्ध संस्थान में एक लैक्चर दे रहे थे कि अचानक बेहोश हो गए। पूर्व राष्ट्रपति डॉ. कलाम का अन्तिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ गुरूवार, 30 जुलाई, 2015 को सुबह 11 बजे तमिलनाडु के रामेश्वरम नगर में किया गया।
डा० अब्दुल कलाम एक महान वैज्ञानिक होने के साथ-साथ गंभीर चिंतक और अच्छे इंसान भी थे। बाल-शिक्षा में विशेष रूचि रखने वाले कलाम को वीणा बजाने का भी शौक था। राजनीति से दूर रहकर भी कलाम राजनीति के सर्वोच्च शिखर पर विराजमान रहे।
••• ए॰ पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम •••
डॉ ० ए॰ पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम का पूरा नाम "
अबुल पाकिर जैनुलअब्दीन अब्दुल कलाम
मसऊदी " है । इनको भारत देश का ' मिसाइल
मैन ' ( Missile Man of India ) उपनाम से
पुकारा जाता है।
इन्होंने भारत देश को विदेशों में गर्व से परिपूर्ण
किया। ए॰ पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम एक
राष्ट्रपति ( India's 11th president ) भी रह
चुके है। इनको ' पूर्व राष्ट्रपति ' के उपनाम से
भी जाना जाता है।
यह एक बहु प्रतिभाशाली व्यक्ति थे । यह
प्रोफेसर के साथ ही एक वैज्ञानिक और
इंजीनियर भी थे । इन्होंने लेखनी का काम भी
किया है। अतः यह एक उच्छकोटी के लेखक
भी थे । इनकी किताब ' इग्नाटिड माइंड्स-
अनलीशिंग द पॉवर विदिन इंडिया'
उल्लेखनीय है ।
इनका जन्म ' रामेश्वरम ' ( तमिलनाडु ) में
हुआ। इनकी मृत्यु मेघालय में हुआ था । आज
हमारे समक्ष ' ए॰ पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम '
नहीं है , परन्तु हमारे दिलों में वह सदा के लिए
जीवित रहेंगे ।