A particle moves in a circle of radius 0.5 m with a linear speed of 2 ms–1. The ratio of angular speed and centripetal acceleration is
1 : 2
2 : 1
1 : 4
4 : 1
Answers
Explanation:
देवि सुरसती दया लागि -‘ काहे कैलास न गइले,
दुइ कुमार गिरिजा के अब तो ब्याहन लायक भइले
अन्नपूरणा सासु ,बहुरियाँ रिधि-सिधि अनुपम जोगा,
अरपन करि निज कर सों नरियल तुरतै करो बरीच्छा!
आपुन मन में ठानी!’
तौन बर खोजन…
देखि नारियल ,कुँवर मुदित भे ,हर-गिरजा हरषइले,
घूम मचिल सारे शंकर गण ताली दै-दै नचिले!
गौरा हँस चुप रहलीं ,बोलेल विधना ते तुरतै हर,
‘पहिल परिच्छा होइल करबे काहू को केहि का बर!
दोउ कन्या गुनखानी!’
तौन बर खोजन…
षड्मुख -गणपति देखि आँख भऱ विधना सब सुख लहिले,
कोउ ब्याहिल पीछे तो का , कोऊ ब्याहिल पहिले!
‘परिकरमा तीनिहुँ लोकन करि जौन पहिल जस लहिले
समरथ होइल , गुणमंती कन्या सो निहचय पइले!
इहाँ न कोउ मनमानी !’ जबै बर खोजन चले बिधना!
तौन बर खोजन…
Explanation:
OPTION (A)
Linear velocity v=2m/sec
Radius r= 0.5 m
Angular velocity = v/r
Angular velocity = 2/0.5
Angular velocity = 4 rad/sec
Angular acceleration = v^2/r
Angular acceleration =2*2/0.5
Angular acceleration = 8 rad /sec^2
Angular velocity/Angular acceleration=4/8=1:2
Option (A) is correct