Hindi, asked by shaguftaqureshi644, 4 months ago


अंत:सागर में समा
जाती है
हरि को पाकर जीव हो जाता है​

Answers

Answered by shinepoonam16
4

Answer:

सागर' से कवि का आशय समाज से है तथा 'बूँद' का आशय एक मनुष्य से है। अनगिनत बूँदों के कारण सागर का निर्माण होता है। यहाँ सागर समाज है और बूँद एक मनुष्य है। मनुष्य इस समाज में रहकर अस्तित्व पाता है और समाज उसे अपनी देख-रेख में एक सभ्य मनुष्य बनाता है।

Similar questions