Hindi, asked by Navanshu3102, 1 year ago

आ बैल मुजे मार पर एक मौलिक कहानी

Answers

Answered by AnuragSharma30112003
89

विशाल एक बारह वर्ष का लड़का था । वह पढ़ाई में उस्ताद था, पर वह कभी भी किसी भी स्कूल में एक वर्ष से ज़्यादा नहीं रहा क्योंकि उसके पिता "भारत टाटा टेलीकोम" के लिए काम करते थे । विशाल के पिता का काम बहुत अच्छा था । जब भी "भारत टाटा टेलीकोम" एक नया दफ्तर खोले तो विशाल के पिता को नए दफ्तर में जाकर यह देखना था कि वहाँ का मैनेजर अच्छा काम कर रहा है या नहीं । विशाल के पिता को यह नौकरी प्यारी थी । पर विशाल को यह नौकरी बिल्कुल पसन्द नहीं थी क्योंकि जब वह एक नए स्कूल जाता, उसे नए दोस्त बनाने पड़ते । विशाल के लिए यह बहुत कठिन कार्य था ।

जब विशाल पाँचवी कक्षा में था, उसके पिता को बेंगलूरू में नौकरी मिली । उसे बिशप काटंस बोएज स्कूल में प्रवेश मिला । यह बेंगलूरू का सबसे पुराना स्कूल है । विशाल को स्कूल पहले दिन से ही बहुत पसन्द आया क्योंकि इस स्कूल में अध्यापक बहुत अच्छे थे । स्कूल में उसे आए छ: हफ्ते हो गए थे पर अब तक उसने एक भी दोस्त नहीं बनाया था ।

कोई भी दोस्त न होने के कारण विशाल बहुत दु:खी था । फिर उसने सोचा कि अगर वह शरारती बन जाए तो उसकी कक्षा के सभी बच्चे उसे जानने लगेंगे । स्कूल के अगले दिन विशाल स्कूल में इधर-उधर चल रहा था और अचानक उसने सभी बच्चों के सामने आग लगने की घण्टी बजा दी जिसके कारण सभी बच्चों को स्कूल के बड़े मैदान में ले जाया गया । जब सब बच्चे कक्षा से बाहर जा रहे थे तो विशाल ने मन में सोचा-"आ बैल मुझे मार ।" उसे एहसास हो गया था कि आग की घण्टी बिना वजह बजाना बुरी बात है और गल्त है । फिर भी उसके मन में कहीं न कहीं एक बात थी कि इस शरारत के कारण उसके नए दोस्त बनेंगे ।

अगले दिन सब बच्चे उसे बुरी नज़रों से देख रहे थे क्योंकि जो उसने किया वह बहुत ही गल्त था और एक अपराध था । भोजन के बाद उसे प्रधानाचार्य के दफ्तर में बुलाया गया । जब विशाल दफ्तर के अन्दर गया तो उसने देखा कि उसके माता-पिता भी वहाँ बैठे हैं । वह अपनी माता की बगल में जा बैठा और तभी प्रधानाचार्य जी ने कहा कि "विशाल  जैसे बच्चों के लिए यहाँ जगह नहीं है ।" अतएव आग लगने की घण्टी रूपी बैल ने विशाल को सचमुच मार दिया था ।


Answered by aditijaink283
6

Answer:

विशाल एक बारह वर्ष का लड़का था । वह पढ़ाई में उस्ताद था, पर वह कभी भी किसी भी स्कूल में एक वर्ष से ज़्यादा नहीं रहा क्योंकि उसके पिता "भारत टाटा टेलीकोम" के लिए काम करते थे । विशाल के पिता का काम बहुत अच्छा था । जब भी "भारत टाटा टेलीकोम" एक नया दफ्तर खोले तो विशाल के पिता को नए दफ्तर में जाकर यह देखना था कि वहाँ का मैनेजर अच्छा काम कर रहा है या नहीं । विशाल के पिता को यह नौकरी प्यारी थी । पर विशाल को यह नौकरी बिल्कुल पसन्द नहीं थी क्योंकि जब वह एक नए स्कूल जाता, उसे नए दोस्त बनाने पड़ते । विशाल के लिए यह बहुत कठिन कार्य था ।

जब विशाल पाँचवी कक्षा में था, उसके पिता को बेंगलूरू में नौकरी मिली । उसे बिशप काटंस बोएज स्कूल में प्रवेश मिला । यह बेंगलूरू का सबसे पुराना स्कूल है । विशाल को स्कूल पहले दिन से ही बहुत पसन्द आया क्योंकि इस स्कूल में अध्यापक बहुत अच्छे थे ।

कोई भी दोस्त न होने के कारण विशाल बहुत दु:खी था । फिर उसने सोचा कि अगर वह शरारती बन जाए तो उसकी कक्षा के सभी बच्चे उसे जानने लगेंगे । स्कूल के अगले दिन विशाल स्कूल में इधर-उधर चल रहा था और अचानक उसने सभी बच्चों के सामने आग लगने की घण्टी बजा दी जिसके कारण सभी बच्चों को स्कूल के बड़े मैदान में ले जाया गया । जब सब बच्चे कक्षा से बाहर जा रहे थे तो विशाल ने मन में सोचा-"आ बैल मुझे मार ।" उसे एहसास हो गया था कि आग की घण्टी बिना वजह बजाना बुरी बात है और गल्त है ।

Explanation:

अगले दिन सब बच्चे उसे बुरी नज़रों से देख रहे थे क्योंकि जो उसने किया वह बहुत ही गल्त था और एक अपराध था । भोजन के बाद उसे प्रधानाचार्य के दफ्तर में बुलाया गया । जब विशाल दफ्तर के अन्दर गया तो उसने देखा कि उसके माता-पिता भी वहाँ बैठे हैं । वह अपनी माता की बगल में जा बैठा और तभी प्रधानाचार्य जी ने कहा कि "विशाल  जैसे बच्चों के लिए यहाँ जगह नहीं है ।" अतएव आग लगने की घण्टी रूपी बैल ने विशाल को सचमुच मार दिया था ।

#SPJ2

Similar questions