Hindi, asked by sharifsimran002, 28 days ago


(आ) निम्नलिखित पठित गद्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए।
दर्द के मारे एक तो मरीज को वैसे ही नींद नहीं आती, यदि थोड़ी-बहुत आ भी जाए तो मिलने वाले जगा
देते हैं - खासकर वे लोग जो सिर्फ औपचारिकता निभाने आते हैं। इन्हें मरीज से हमदर्दी नहीं होती, ये सिर्फ
सूरत दिखाने आते हैं। ऐसे में एक दिन मैंने तय किया कि आज कोई भी आए, मैं आँख नहीं खोलूँगा। चुपचाप
पड़ा रहूँगा। ऑफिस के बड़े बाबू आए और मुझे सोया जानकर वापस जाने के बजाय वे सोचने लगे कि यदि
मैंने उन्हें नहीं देखा तो कैसे पता चलेगा कि वे मिलने आए थे। अत: उन्होंने मुझे धीरे-धीरे हिलाना शुरू किया।
फिर भी जब आँखें नहीं खुली तो उन्होंने मेरी टाँग के टूटे हिस्से को जोर से दबाया। मैंने दर्द के मारे कुछ चीखते
हुए जब आँख खोली तो वे मुस्कुराते हुए बोले - “कहिए अब दर्द कैसा है?"
मुहल्लेवाले अपनी फुरसत से आते हैं। उस दिन जब सोनाबाई अपने चार बच्चों के साथ आई तो मुझे लगा
कि आज फिर कोई दुर्घटना होगी। आते ही उन्होंने मेरी ओर इशारा करते हुए बच्चों से कहा - "ये देखो चाचा
जी!' उनका अंदाज कुछ ऐसा था जैसे चिड़ियाघर दिखाते हुए बच्चों से कहा जाता है - "ये देखो बंदर।'
उपर्युक्त गद्यांश से ऐसे दो प्रश्न तैयार कीजिए; जिनके उत्तर निम्नलिखित शब्द हों -
(i) सोनाबाई -
(ii) औपचारि

Answers

Answered by ItzStraBeRyAmiShA01
8

Answer:

Simon Commission, group appointed in November 1927 by the British Conservative government under Stanley Baldwin to report on the working of the Indian constitution established by the Government of India Act of 1919. ... Its composition met with a storm of criticism in India because Indians were excluded.

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