आ) निम्नलिखित पद्यांश को पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर कीजिए ?
चीटियाँ अंडे उठाकर जा रही हैं,
और चिड़ियाँ नीड़ को चारा दबाएँ,
धान पर बछड़ा रॉभाने लग गया है,
टकटकी सुने विजन पथ पर लगाए।
थाम आँचल, थाका बालक रो उठा है,
है खड़ी माँ शीश का गट्ठर गिराए
बाँह दो चुमकरती सिबढ़ रही है,
साँझ को कह दो बुझे दीपक जलाए।
शोर, डैनो में छिपाने के लीये अब,
शोर, माँ की गोद जाने के लिए अब,
शोर, घर-घर निंद रानी के लिए अब,
शोर, परियों को कहानी के लिए अब ।
एक मै ही हूँ की मेरी साँस चुप है,
एक मेरे दीप में ही बल नहीं हैं।
प्रश्न:- 2. इस कविता मे दिन के कौनसे समय का वर्णन किया गया है।
3. 'बाँह दो चुमकरती सी' का आशय स्पष्ट करे ?
4. कवि की क्या दशा है और क्यों?
5.घरों मे शोर क्यों हो रहा हैं ?
6. एस कविता को उचित शीर्षक दीजिए।
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sorry i don't know the answer of this question
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