"आंधी इतराने लगी, लगते ही आषाढ़ के।" काव्यांश में कौन सा अलंकार है?
उत्प्रेक्षा अलंकार
मानवीकरण अलंकार
अनुप्रास अलंकार
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Answers
"आंधी इतराने लगी, लगते ही आषाढ़ के।" काव्यांश में कौन सा अलंकार है?
प्रश्न में दी पंक्ति में मानवीकरण अलंकार है|
मानवीकरण अलंकार का अर्थ है, मानवीकरण अलंकार की परिभाषा के अनुसार जड़ पदार्थों या निर्जीव पदार्थ में या प्रकृति के तत्वों जैसे की नदी, पेड़-पौधे, पहाड़, झरने, हवा, रोशनी, पत्थर, मिट्टी आदि का मानवीय क्रियाओं के समान आरोप पर किया जाए अर्थात इन सब निर्जीव जड़ पदार्थों को मनुष्य के समान कार्य व्यवहार करते हुए दर्शाया जाए तो वहां मानवीकरण होता है।
उपरोक्त पंक्तियों में आंधी को मानव के समान इतराते हुए दर्शाया गया है इसके लिए यहां मानवीकरण अलंकार होगा।
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(ग) उत्प्रेक्षा अलंकार (घ) मानवीकरण अलंकार।
Answer:
is kavyaansh mein manvikaran alankaar hai