) 'आह्वान' कविता में कवि का 'दैव के सिर दोष अपना मढ़ रह
हुआ है?
(A) दोषारोपण सगे-संबंधियों या मित्रों पर करना
(B) निराश होकर सरकार को कोसना
(C) अपनी हार का जिम्मेदार देवी-देवताओं को ठहराना
(D) असफलता के लिए अपने भाग्य को कोसना
। 'उनको प्रणाम !' कविता के कवि का नाम है
(A) जयशंकर प्रसाद
(B) नागार्जुन
(C) मैथिलीशरण गुप्त
(D) केदारनाथ अग्रव
'बीती विभावरी जाग री' कविता की भाषा है
(A) संस्कृतनिष्ठ
(B) आडंबरपूर्ण
(C) सरल
(D) ब्रज
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