आइए विचार करें 6. रैयत नील की खेती से क्यों कतरा रहे थे?
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Answer with Explanation:
रैयत नील की खेती से निम्नलिखित कारणों से कतरा रहे थे :
(1) नील की कम कीमत :
किसानों को नील कि बहुत ही कम कीमत दी जाती थी। कर्ज़ों का सिलसिला भी कभी समाप्त नहीं होता था।
(2) धान की खेती में बाधा :
ऋण देने वाले बागान मालिक चाहते थे कि किसान अपने सबसे अच्छी ज़मीन के हिस्से में ही नील की खेती करें। परंतु समस्या यह थी कि नील के पौधे की जड़े में बहुत गहरी होती थी। वे मिट्टी की सारी शक्ति खींच लेती थी। अतः नील की कटाई के बाद ज़मीन के उस हिस्से में धान की खेती नहीं की जा सकती थी।
आशा है कि यह उत्तर आपकी अवश्य मदद करेगा।।।
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Answer:
Explanation:
(1) नील की कम कीमत :
किसानों को नील कि बहुत ही कम कीमत दी जाती थी। कर्ज़ों का सिलसिला भी कभी समाप्त नहीं होता था।
(2) धान की खेती में बाधा :
ऋण देने वाले बागान मालिक चाहते थे कि किसान अपने सबसे अच्छी ज़मीन के हिस्से में ही नील की खेती करें। परंतु समस्या यह थी कि नील के पौधे की जड़े में बहुत गहरी होती थी। वे मिट्टी की सारी शक्ति खींच लेती थी। अतः नील की कटाई के बाद ज़मीन के उस हिस्से में धान की खेती नहीं की जा सकती थी।