'आइन-ए-अकबरी' कितने भागों में विभक्त है? 5 bhago me
Answers
आइन-ए-अकबरी पांच भागों में विभक्त है, जिसमें आखिरी भाग 'अकबरनामा' हैं। इसके लेखक 'अबुल फजल' है। इस पुस्तक में अकबर प्रशासन के विषय में चर्चा की गई है। हिज़री 1006 यानी 1598 में फारसी भाषा में लिखी में अबुल फजल ने वही लिखा जो अकबर चाहते थे। आइन-ए-अकबरी वास्तव में बादशाह अकबर पर लिखे गए अकबरनामा का हिस्सा है, तीसरा हिस्सा जिसे पांच बार संपादित करने के बाद जारी किया गया था।अकबरनामा के सभी हिस्से अबुल फ़ज़ल ने ही लिखे थे जो अकबर के दरबारी थे। उनके लेखन या ज्ञान को लेकर उन्हें अकबर के नवरत्नों में शुमार किया जाता था। इस पुस्तक का बाद में अंग्रेजी भाषा में भी अनुवाद किया गया। इसके अतिरिक्त अबुल फजल द्वारा विष्णु शर्मा द्वारा रचित पंचतन्त्र का फारसी भाषा में अनवर-ए-सादात नाम से अनुवाद किया गया।
Answer:
'आइन-ए-अकबरी' नौ भागों में विभक्त है
Explanation:
इसके लेखक अबुल फजल तुजुकी हैं और इसे मुगल सम्राट अकबर के दरबार में लिखा गया था। इस ग्रंथ में अकबर के शासनकाल के समाज और राजनीतिक जीवन के बारे में बताया गया है। इस ग्रंथ में अकबर की जीवनी, उसके राजनीतिक नीतियों, राजवंश और उनकी संस्कृति तथा समाज के बारे में विस्तार से बताया गया है। यह ग्रंथ भारतीय इतिहास के लिए एक महत्वपूर्ण स्रोत है।
आइन-ए-अकबरी एक महत्वपूर्ण इतिहासिक एवं सामाजिक दस्तावेज है, जो मुग़ल सम्राट अकबर के दरबार में विभिन्न विषयों पर लिखी गई थी। इस पुस्तक का नाम "आइन-ए-अकबरी" है जो उर्दू भाषा में लिखी गई है।
इस पुस्तक की रचना अकबर के महत्वपूर्ण मंत्री और सूफी संत सलीम चिश्ती के मुताबिक १५८२ ई. में हुई थी। इस पुस्तक को वह अकबर के राज्य के विभिन्न कामों के विवरण के लिए लिखा गया था जैसे कि राज्य प्रबंधन, न्याय, राजनीति, शासन, संस्कृति, आर्थिक विकास आदि।
आइन-ए-अकबरी पुस्तक के तीनों भाग अलग-अलग विषयों पर आधारित हैं। प्रथम भाग में राज्य के प्रबंधन के लिए आवश्यक सभी विवरणों को दर्शाया गया है। द्वितीय भाग में न्याय से संबंधित विवरण उपलब्ध हैं। तृतीय भाग में शासन, संस्कृति, आर्थिक विकास आदि के विवरण हैं।
इस पुस्तक में संस्कृत, फारसी, अरबी और हिंदी भाषाओं के शब्दों
For more such question: https://brainly.in/question/41299188
#SPJ2