Aaj ke yug me atithi Kya hai
Answers
Answer:
Explanation:
athithi matra ek chote hi rakm h
भारत में कई वर्षों से अतिथि को भगवान के रूप में पूजा जाता है। "अतिथि देवो भव "
परंतु तब हम सोने की चिड़िया के रूप में जाने जाते थे। हमारे यहां मुगल आए , युनानी आए, तथा अंग्रेज आए आदि। हमने सबों को इज्जत दिया स्वागत किया पर उन्होंने उनके बदले हमें कहां से कहां ला दिया, उन्होंने ना ही हमारे धन, बल्कि हमारे रहने के तौर तरीके, हमारा धर्म हमारी भाषा सभी को मिटाने की कोशिश की परंतु फिर भी हम आज भि अतिथियों का उसी तरह स्वागत करते हैं।
आज का युग महंगाई का है व्यक्ति के अर्थव्यवस्था ही उनके अतिथियों के प्रति स्वभाव को दर्शाता है ।जो अत्यधिक अमीर हैं। उनके अतिथियों के स्वागत करने के तरीके आज भी नहीं बदले परंतु जो गरीब हैं अगर उनके घर में अतिथि 2 या 3 दिन रह जाए तो उनके बोलने के, उनके स्वागत करने के तरीके थोड़े बदलाव आ जाते हैं कोई भी व्यक्ति तभी तक किसी की स्वागत कर सकता है जब तक उनके अंदर जीने की क्षमता हो वह ज्यादा से ज्यादा 2 से 4 दिन भुखा रह सकता है। परंतु अपने बच्चों को एक भी दिन भूखा नहीं देख सकता। यही बात उन गरीब लोगों पर भी लागू होती है। उनकी जिंदगी दिन भर मजदूरी के कार्यों में ही चली जाती हैं।