Hindi, asked by hardeepkaur18198474, 7 months ago

aaj te hi main tuhade naal naal ______ kerda haa khali thaavaa​

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Answered by shivyakikloo
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Answer:

?????????????????????????????

Answered by Rajputsaurabhsingh
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अभ्यास का अर्थ है - एक ही प्रक्रिया को बार-बार, निरंतर दोहराना और तब तक दोहराना जब तक कि आप अपनी त्रूटियो को दुर न कर ले और उस प्रक्रिया मे सफल न हो जाये।

अभ्यास का अर्थ है - एक ही प्रक्रिया को बार-बार, निरंतर दोहराना और तब तक दोहराना जब तक कि आप अपनी त्रूटियो को दुर न कर ले और उस प्रक्रिया मे सफल न हो जाये।जिस कार्य में आप सफल होना चाहते है तो उस सफलता के लिये अभ्यास का

अभ्यास का अर्थ है - एक ही प्रक्रिया को बार-बार, निरंतर दोहराना और तब तक दोहराना जब तक कि आप अपनी त्रूटियो को दुर न कर ले और उस प्रक्रिया मे सफल न हो जाये।जिस कार्य में आप सफल होना चाहते है तो उस सफलता के लिये अभ्यास काहोना बहुत जरूरी है। आज जितने भी अभिनेता , अभिनेत्री, गायक, लेखक , साहित्यकार, वैज्ञानिक , बड़े-बड़े आध्यात्मिक पुरुष, योग गुरू, तपस्वी आदि हुये है वे कही न कही अपनी सफलता के लिये अभ्यास को बहूत ही ज्यादा महत्‌व देते हैं।

अभ्यास का अर्थ है - एक ही प्रक्रिया को बार-बार, निरंतर दोहराना और तब तक दोहराना जब तक कि आप अपनी त्रूटियो को दुर न कर ले और उस प्रक्रिया मे सफल न हो जाये।जिस कार्य में आप सफल होना चाहते है तो उस सफलता के लिये अभ्यास काहोना बहुत जरूरी है। आज जितने भी अभिनेता , अभिनेत्री, गायक, लेखक , साहित्यकार, वैज्ञानिक , बड़े-बड़े आध्यात्मिक पुरुष, योग गुरू, तपस्वी आदि हुये है वे कही न कही अपनी सफलता के लिये अभ्यास को बहूत ही ज्यादा महत्‌व देते हैं।सरल भाषा में यह है कि सांस्सारिक क्रिया से लेकर आध्यात्मिक क्रिया तक, शारीरिक क्रिया से लेकर मानसिक क्रिया तक, अभ्यास जो है प्रत्येक व्यक्ति के जीवन मे सफलता प्राप्ति के लिये बहूत ही ज्यादा काम आती है।

अभ्यास का अर्थ है - एक ही प्रक्रिया को बार-बार, निरंतर दोहराना और तब तक दोहराना जब तक कि आप अपनी त्रूटियो को दुर न कर ले और उस प्रक्रिया मे सफल न हो जाये।जिस कार्य में आप सफल होना चाहते है तो उस सफलता के लिये अभ्यास काहोना बहुत जरूरी है। आज जितने भी अभिनेता , अभिनेत्री, गायक, लेखक , साहित्यकार, वैज्ञानिक , बड़े-बड़े आध्यात्मिक पुरुष, योग गुरू, तपस्वी आदि हुये है वे कही न कही अपनी सफलता के लिये अभ्यास को बहूत ही ज्यादा महत्‌व देते हैं।सरल भाषा में यह है कि सांस्सारिक क्रिया से लेकर आध्यात्मिक क्रिया तक, शारीरिक क्रिया से लेकर मानसिक क्रिया तक, अभ्यास जो है प्रत्येक व्यक्ति के जीवन मे सफलता प्राप्ति के लिये बहूत ही ज्यादा काम आती है।सभी लोगों को पता होता है कि इस संसार में लाखों लोग जन्म लेते हैं। ये लोग जन्म से ही विद्वान् नहीं होते हैं। ये भी निर्बल और गुमनाम होते है। जो अपने जीवन में अत्यधिक अभ्यास करता है उसका जीवन अपने आप ही सफल हो जाता है। जो लोग अपने जीवन में अभ्यास नहीं करते हैं वे अपने जीवन में कभी भी सफलता प्राप्त नहीं कर पाते हैं

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