Hindi, asked by gagankanojia6246, 4 months ago

आजु गई हुती भोर ही हौं, रसखानि रई वहि नंद के भौनहिं।
वाको जियौ जुग लाख करोर, जसोमति को सुख जात कह्यो नहिं।।
तेल लगाइ लगाइ कै अंजन, भौंहैं बनाइ बनाइ डिठौनहिं
डारि हमेलनि हार निहारत वारत ज्यौ चुचकारत छौनहिं ।। 2 ।। व्याख्या बताएं ​

Answers

Answered by prajeshchaubey2018
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Explanation:

sorry dont know the answer

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