आज की भागती दौड़ती जिन्दगी से मुस्कराहट तो न जाने कहाँ खो गई है, जबकि मुस्कराहट एक ऐसी औषधि है जो मनुष्य को बिना किसी दाम के मिली है। यह उसके शारीरिक एवं मानसिक रोगों का उपचार करने में पूर्णतः सक्षम है। जो व्यक्ति मुस्कुराकर दिन की शुरुआत करता है,वह निश्चय ही सारे दिन ऊर्जावान रहता है। वह बिना किसी तनाव के सारे कार्य कुशलता से पूर्ण कर पुनः अगले दिन के लिए नए कार्यों को पूरा करने की कुशल रणनीति बना, निश्चिन्त हो सो जाता है। पुनः नई ऊर्जा, नए विश्वास के साथ दिन का शुभारम्भ करता है और सफलता प्राप्त करता है। ऐसे व्यक्ति का सानिध्य सभी लोग चाहते हैं। उसकी एक छोटी सी मुस्कराहट के कारण ज्यादा से ज्यादा लोग उसके समीप आने का प्रयास करते हैं। ठीक इसके विपरीत अनायास ही खीजने वाले व्यक्ति से हर कोई दूरी बनाना पसंद करता है। हर कोई उससे बचना चाहता है। पुरानी कहावत है कि प्रसन्न वदन के दर्शन मात्र से ही समस्त कार्य पूर्ण हो जाते हैं , अतः हमारा प्रयास होना चाहिए कि स्वयं प्रसन्न रहकर दूसरों को भी खुशियाँ बाँटे। सचमुच मुस्कराहट अनमोल होती है एक छोटी सी मुस्कराहट से बड़े-बड़े कार्य सहजता से सम्पन्न हो जाते हैं। कहते हैं न कि, हींग लगे न फिटकरी रंग भी चोखा होए।
१. प्रस्तुत गद्यांश में अनमोल औषधि किसे कहा गया है ? *
1 point
ख़ुशी
मुस्कराहट
सकारात्मक सोच
तीनो विकल्प सही है
Answers
Answered by
0
Answer:
Explanation:
मुस्कराहट
Similar questions