आज की परिस्थितियों में रहीम के दोहे कितने प्रासंगिक हैं?किन्हीं दो उदाहरण के माध्यम से बताए
Answers
Answered by
14
Answer:
किन्हीं दो उदाहरणों के माध्यम से स्पष्ट कीजिए। रहीम द्वारा रचित दोहे नीति और आदर्श की शिक्षा देने के अलावा मनुष्य को करणीय और अकरणीय बातों का ज्ञान देते हुए कर्तव्यरत होने की प्रेरणा देते हैं। समाज को इन बातों की अपेक्षा इन दोहों के रचनाकाल में जितनी थी, उतनी ही।
Answered by
1
Answer:
रहीम द्वारा रचित दोहे नीति और आदर्श की शिक्षा देने के अलावा मनुष्य को करणीय और अकरणीय बातों का ज्ञान देते हुए कर्तव्यरत होने की प्रेरणा देते हैं। समाज को इन बातों की अपेक्षा इन दोहों के रचनाकाल में जितनी थी, उतनी ही। आज भी है। आज भी दूसरों का दुख सुनकर समाज उसे हँसी का पात्र समझता है। इसी प्रकार अपने पास धन न होने पर व्यक्ति की सहायता कोई नहीं करता है। ये तथ्य पहले भी सत्य थे और आज भी सत्य हैं। अत: रहीम के दोहे आज भी पूर्णतया प्रासंगिक हैं।
Similar questions