Hindi, asked by rekhakathait269, 7 months ago

'आज के युग में सभी का साक्षर होना अत्यंत आवश्यक है। साक्षरता की आवश्यकता तथा इससे होने वाले लाभो को दृष्टि में रखकर एक प्रस्ताव
लिखिए (250 शब्दों में)​
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Answers

Answered by sanjeevk28012
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'आज के युग में सभी का साक्षर होना अत्यंत आवश्यक है

व्याख्या

1. साक्षरता से स्वास्थ्य में सुधार होता है

बढ़ते शोध वयस्क साक्षरता और कम शिशु मृत्यु दर के बीच सकारात्मक सहसंबंध दिखाते हैं। बोलिविया में 2002 के एक अध्ययन से पता चला है कि साक्षरता कार्यक्रम में भाग लेने वाली महिलाओं की जरूरत पड़ने पर अपने और अपने बच्चों के लिए चिकित्सा सहायता लेने की अधिक संभावना थी।

2. साक्षरता "जीवन भर सीखने" को बढ़ावा देती है और कौशल का निर्माण करती है

जैसा कि हम में से बहुत से लोग महसूस करते हैं कि हमने स्नातक होने के बाद, सीखना एक आजीवन यात्रा है। जितना अधिक हम सीखते हैं, उतना ही हम तेजी से बदलती दुनिया के अनुकूल होने में सक्षम होते हैं।

3. साक्षरता अर्थव्यवस्था में सुधार करती है और रोजगार पैदा करती है

साक्षरता गरीबी के खिलाफ एक शक्तिशाली उपकरण है। यदि कम आय वाले देशों के सभी छात्रों में बुनियादी पठन कौशल होता, तो 171 मिलियन लोग अत्यधिक गरीबी से बच सकते थे।

4. साक्षरता लैंगिक समानता को बढ़ावा देती है

संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव बान की मून ने कहा, "हर साक्षर महिला गरीबी पर जीत का प्रतीक है।" महिलाएं अपने समुदायों में परिवर्तन की सबसे शक्तिशाली एजेंट हैं, और जब वे पढ़ सकती हैं तो वह शक्ति और भी अधिक होती है।

Answered by kanikapriya7043
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साक्षर– भारत में किसी भी व्यक्ति को साक्षर तब कहा जाता है जब वह अपना नाम लिख और पढ़ सके। उसे पैसों का हिसाब किताब करना अथवा समझना आता है।

साक्षरता दर- साक्षरता दर किसी भी क्षेत्र की पढी लिखी जनसंख्या का वहाँ के लोगों की संख्या से अनुपात है जिसे ज्यादातर प्रतिशत में देखा जाता है।प्राचीन काल में साक्षरता- प्राचीन काल में लोग बहुत ही सरल होते हैं और उनकी जरूरते भी न्यूनतम होती है। उस समय बहुत ही कम लोग साक्षर होते थे। जिस समय भारत आजाद हुआ था उस समय भारत की साक्षरता दर केवल 12 प्रतिशत थी।

साक्षरता की आवश्यकता- धीरे धीरे जब मनुष्य ने प्रगति करनी शुरू की तो अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए उसे पढ़ने और लिखने की आवश्यकता महसुस हुई। साक्षर व्यक्ति ही देश के हित के लिए कार्य कर सकता है अन्यथा निरक्षर व्यक्ति को इस युग में अपनी जरूरतों को भी पूरा करने में असक्षम है। साक्षरता ही है जो मनुष्य को सफल होने में सहायता करती है। साक्षर व्यक्ति को कोई भी ठग नहीं सकता है और उसका शोषण नहीं किया जा सकता है।

साक्षरता के लिए उठाए गए कदम- भारतीय सरकार ने साक्षरता दर को बढ़ाने और लोगों को साक्षर बनाने के लिए बहुत से प्रयास किए है। इसके लिए राष्ट्रीय साक्षरता मिशन आदि चलाए गए थे। शिक्षा के अधिकार के लागु होने के बाद से साक्षरता दर में वृद्धि हुई है और लोगों को शिक्षा की तरफ बढ़ावा दिया है।

आधुनिक युग में साक्षरता दर- आज के समय में भारत ने बहुत से राज्यों में पूर्ण रूप से साक्षरता दर को प्राप्त कर लिया है। केरल राज्य का साक्षरता दर सबसे ज्यादा है।

निष्कर्ष- साक्षरता की परिभाषा हर देश में अलग है। साक्षरता से ही हर व्यक्ति के जीवन का उदार होता है। हम सबको साक्षरता के हित में कदम उठाने चाहिए और देश को पूर्ण रूप से साक्षर बनाना चाहिए। साक्षरता से ही व्यक्ति अपने अधिकारों साक्षर व्यक्ति को अंधविश्वासों से भी मुक्ति मिलती है। शोषण होने से रोक सकता है और प्रगति के पथ पर अग्रसर हो सकता है

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