आज से तुम्हारे के भरोसे जी रहे हम सभी सबकुछ गया रे हाय रे तुमको ना छोड़ेंगे कभी आ से तुम्हारे ही सहारे दिख रही है यह महीने धोखा ना दिगंत में विनती हमारी है यही
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Explanation:
निम्नलिखित पद्यांश की सन्दर्भ सहित व्याख्या कीजिए - आशे, तुम्हारे की भरोसे जी रहे हम सभी, सब कुछ गया रे हाय रे तुमको न छोड़ेंगे कभी। आशे, तुम्हारे ही सहारे टिक रही है यह मही। धोखा न दीजो अन्त में, बिनती हमारी है यही ॥निम्नलिखित पद्यांश की सन्दर्भ सहित व्याख्या कीजिए - आशे, तुम्हारे की भरोसे जी रहे हम सभी, सब कुछ गया रे हाय रे तुमको न छोड़ेंगे कभी। आशे, तुम्हारे ही सहारे टिक रही है यह मही। धोखा न दीजो अन्त में, बिनती हमारी है यही ॥निम्नलिखित पद्यांश की सन्दर्भ सहित व्याख्या कीजिए - आशे, तुम्हारे की भरोसे जी रहे हम सभी, सब कुछ गया रे हाय रे तुमको न छोड़ेंगे कभी। आशे, तुम्हारे ही सहारे टिक रही है यह मही। धोखा न दीजो अन्त में, बिनती हमारी है यही ॥निम्नलिखित पद्यांश की सन्दर्भ सहित व्याख्या कीजिए - आशे, तुम्हारे की भरोसे जी रहे हम सभी, सब कुछ गया रे हाय रे तुमको न छोड़ेंगे कभी। आशे, तुम्हारे ही सहारे टिक रही है यह मही। धोखा न दीजो अन्त में, बिनती हमारी है यही ॥निम्नलिखित पद्यांश की सन्दर्भ सहित व्याख्या कीजिए - आशे, तुम्हारे की भरोसे जी रहे हम सभी, सब कुछ गया रे हाय रे तुमको न छोड़ेंगे कभी। आशे, तुम्हारे ही सहारे टिक रही है यह मही। धोखा न दीजो अन्त में, बिनती हमारी है यही ॥निम्नलिखित पद्यांश की सन्दर्भ सहित व्याख्या कीजिए - आशे, तुम्हारे की भरोसे जी रहे हम सभी, सब कुछ गया रे हाय रे तुमको न छोड़ेंगे कभी। आशे, तुम्हारे ही सहारे टिक रही है यह मही। धोखा न दीजो अन्त में, बिनती हमारी है यही ॥निम्नलिखित पद्यांश की सन्दर्भ सहित व्याख्या कीजिए - आशे, तुम्हारे की भरोसे जी रहे हम सभी, सब कुछ गया रे हाय रे तुमको न छोड़ेंगे कभी। आशे, तुम्हारे ही सहारे टिक रही है यह मही। धोखा न दीजो अन्त में, बिनती हमारी है यही ॥निम्नलिखित पद्यांश की सन्दर्भ सहित व्याख्या कीजिए - आशे, तुम्हारे की भरोसे जी रहे हम सभी, सब कुछ गया रे हाय रे तुमको न छोड़ेंगे कभी। आशे, तुम्हारे ही सहारे टिक रही है यह मही। धोखा न दीजो अन्त में, बिनती हमारी है यही ॥निम्नलिखित पद्यांश की सन्दर्भ सहित व्याख्या कीजिए - आशे, तुम्हारे की भरोसे जी रहे हम सभी, सब कुछ गया रे हाय रे तुमको न छोड़ेंगे कभी। आशे, तुम्हारे ही सहारे टिक रही है यह मही। धोखा न दीजो अन्त में, बिनती हमारी है यही ॥निम्नलिखित पद्यांश की सन्दर्भ सहित व्याख्या कीजिए - आशे, तुम्हारे की भरोसे जी रहे हम सभी, सब कुछ गया रे हाय रे तुमको न छोड़ेंगे कभी। आशे, तुम्हारे ही सहारे टिक रही है यह मही। धोखा न दीजो अन्त में, बिनती हमारी है यही ॥निम्नलिखित पद्यांश की सन्दर्भ सहित व्याख्या कीजिए - आशे, तुम्हारे की भरोसे जी रहे हम सभी, सब कुछ गया रे हाय रे तुमको न छोड़ेंगे कभी। आशे, तुम्हारे ही सहारे टिक रही है यह मही। धोखा न दीजो अन्त में, बिनती हमारी है यही ॥निम्नलिखित पद्यांश की सन्दर्भ सहित व्याख्या कीजिए - आशे, तुम्हारे की भरोसे जी रहे हम सभी, सब कुछ गया रे हाय रे तुमको न छोड़ेंगे कभी। आशे, तुम्हारे ही सहारे टिक रही है यह मही। धोखा न दीजो अन्त में, बिनती हमारी है यही ॥निम्नलिखित पद्यांश की सन्दर्भ सहित व्याख्या कीजिए - आशे, तुम्हारे की भरोसे जी रहे हम सभी, सब कुछ गया रे हाय रे तुमको न छोड़ेंगे कभी। आशे, तुम्हारे ही सहारे टिक रही है यह मही। धोखा न दीजो अन्त में, बिनती हमारी है यही ॥निम्नलिखित पद्यांश की सन्दर्भ सहित व्याख्या कीजिए - आशे, तुम्हारे की भरोसे जी रहे हम सभी, सब कुछ गया रे हाय रे तुमको न छोड़ेंगे कभी। आशे, तुम्हारे ही सहारे टिक रही है यह मही। धोखा न दीजो अन्त में, बिनती हमारी है यही ॥निम्नलिखित पद्यांश की सन्दर्भ सहित व्याख्या कीजिए - आशे, तुम्हारे की भरोसे जी रहे हम सभी, सब कुछ गया रे हाय रे तुमको न छोड़ेंगे कभी। आशे, तुम्हारे ही सहारे टिक रही है यह मही। धोखा न दीजो अन्त में, बिनती हमारी है यही ॥में, बिनती हमारी है यही ॥निम्नलिखित पद्यांश की सन्दर्भ सहित व्याख्या कीजिए - आशे, तुम्हारे की भरोसे जी रहे हम सभी, सब कुछ गया रे हाय रे तुमको न छोड़ेंगे कभी। आशे, तुम्हारे ही सहारे टिक रही है यह मही। धोखा न दीजो अन्त में, बिनती हमारी है यही ॥निम्नलिखित पद्यांश की सन्दर्भ सहित व्याख्या कीजिए - आशे, तुम्हारे की भरोसे जी रहे हम सभी, सब कुछ गया रे हाय रे - आशे, तुम्हारे की भरोसे जी रहे हम सभी, सब कुछ गया रे हाय रे तुमको न छोड़ेंगे कभी। आशे, तुम्हारे ही सहारे टिक रही है यह मही। धोखा न दीजो अन्त में, बिनती हमारी है यही ॥निम्नलिखित पद्यांश की सन्दर्भ सहित व्याख्या कीजिए - आशे, तुम्हारे की भरोसे जी रहे हम सभी, सब कुछ गया रे हाय रे तुमको न छोड़ेंगे कभी। आशे, तुम्हारे ही सहारे टिक रही है यह मही। धोखा न दीजो अन्त में, बिनती हमारी है यही ॥निम्नलिखित पद्यांश की सन्दर्भ सहित व्याख्या कीजिए - आशे, तुम्हारे की भरोसे जी रहे हम सभी, सब कुछ गया रे हाय रे तुमको न छोड़ेंगे कभी। आशे, तुम्हारे ही सहारे टिक रही है यह मही। धोखा नहम सभी, सब कुछ गया रे हाय रे तुमको न छोड़ेंगे कभी।