Hindi, asked by preetismlzjhs, 3 days ago

आज समाज के हर क्षेत्र में भ्रष्टाचार बढ़ता जा रहा है इसके कारण दुष्प्रभाव तथा समाधान के उपयोग पर अपने विचारों को प्रकट किजिए लगभग 250 शब्दो मे​

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Answered by rishikatripurarirt
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Answer:

विषय रहा है। आजादी के एक दशक बाद से ही भारत भ्रष्टाचार के दलदल में धंसा नजर आने लगा था और उस समय संसद में इस बात पर बहस भी होती थी। 21 दिसम्बर 1963 को भारत में भ्रष्टाचार के खात्मे पर संसद में हुई बहस में डॉ राममनोहर लोहिया ने जो भाषण दिया था वह आज भी प्रासंगिक है। उस वक्त डॉ लोहिया ने कहा था सिंहासन और व्यापार के बीच संबंध भारत में जितना दूषित, भ्रष्ट और बेईमान हो गया है उतना दुनिया के इतिहास में कहीं नहीं हुआ है।

सन २०१५ में विश्व के विभिन्न भागों में भ्रष्टाचार का आकलन

भ्रष्टाचार से देश की अर्थव्यवस्था और प्रत्येक व्यक्ति पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। भारत में राजनीतिक एवं नौकरशाही का भ्रष्टाचार बहुत ही व्यापक है। इसके अलावा न्यायपालिका, मीडिया, सेना, पुलिस आदि में भी भ्रष्टाचार व्याप्त है।

Answered by gowrarajinchara
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Answer:

no I am not from jhansi

where is jhansi located

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