आज देश को कैसे नौजवानों की ज़रूरत है? पाठ के आधार
पर उत्तर दीजिए।
Answers
Answer:
यह कटु सत्य है कि वर्तमान में देश का एक बड़ा तबका युवाओं की श्रेणी में आता है, परंतु इन युवकों का दुर्भाग्य कहें या देश की बदलती परिस्थितियों को दोषी मानें कि जिस प्रकार देश में पश्चिमी-सभ्यता का जो बोलबाला है, उसके कारण इन युवाओं को सही दिशा नहीं मिल रही है और यही कारण है कि इनकी यह दशा हो रही है।
युवा मन और युवा शक्ति चाहे तो देश की बिगड़ी हुई तस्वीर-तकदीर बदल सकती है, उसे सँवार सकती है, लेकिन ऐसा कम हो रहा है। शायद इसलिए देश बीते 60 बरसों से विकासशील है। युवा चाहें तो फिल्मी आदर्शो, खोखले फैशन, दिखावे को छोड़कर देश को विकसित कर सकता है
जिस प्रकार देश में 'वेलेंटाइन-ड े' या अन्य 'डे' जिस जोर-शोर से मनाया जाता है, उसका 10 प्रतिशत भी युवकों के प्रेरणात्मक एवं आदर्श की प्रतिमूर्ति माने जाने वाले स्वामी विवेकानंद की जयंती, जो कि 'युवा दिवस' के रूप में मनाई जाना चाहिए, उस अनुपात में नहीं मनती है।
और, यही प्रमुख कारण युवकों के भटकाव का है। सरकार को चाहिए कि इस युवा दिवस को व्यापक रूप से मनाए जाने के लिए अनिवार्य रूप से आदेश प्रसारित करें, साथ ही प्रोत्साहन स्वरूप युवकों में जागृति लाने के लिए नई योजनाओं का शुभारंभ करें जिसका अधिक से अधिक लाभ युवकों को मिले तथा सार्थक परिणाम सामने आ सकें, तभी इन युवा-जन का सही रूप व देशहित में उपयोग होगा। इस वर्ष के 'युवा दिवस' 12 जनवरी को व्यापक रूप से मनाने के लिए हमको युवकों को संकल्प दिलाया जाना चाहिए।