आजकल इंटरनेट से पूरी दुनिया सिमट गई है। देश-विदेश एब जगह की जानकारी पल भर में मिल जाती है। लेकिन इससे कुछ
निम्नलिखित विषय पर लगभग 250 शब्दों में संक्षिप्त लेख लिखिए।
नुकसान भी हैं। अतः इसके लाभ और हानियों की चर्चा करते हुए संक्षिप्त लेख लिखिए।
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इंटरनेट सूचना का एक विशाल स्रोत माना जाता है और इस तरह से यह छात्रों के लिए एक वरदान साबित हुआ है। ऐसा इसलिए है क्योंकि किसी भी विषय या पाठ से संबंधित सारी जानकारी इंटरनेट पर उपलब्ध है। इसलिए यदि कोई छात्र किसी लेक्चर में उपस्थित नहीं होता या शिक्षक की गति से मिलान नहीं कर पाता है तो वह उन विषयों पर सहायता पाने के लिए इंटरनेट की मदद ले सकता है।
माता-पिता अपने बच्चों को इंटरनेट का उपयोग करने की अनुमति इसलिए देते हैं ताकि वे अपनी परीक्षाओं के लिए बेहतर तरीके से तैयार कर सकें पर कई छात्रों ने इसका दुरुपयोग किया है। चूंकि इंटरनेट मनोरंजन के प्रचुर स्रोत प्रदान करता है इसलिए इसका विरोध करना कठिन है। कई छात्र इंटरनेट पर विभिन्न प्रकार के वीडियो देखते हैं या मनोरंजक उद्देश्य के लिए ऑनलाइन गेम खेलते हैं पर वे जल्द ही इसके आदी हो जाते हैं और अपना समय इंटरनेट पर कुछ देखने/खेलने पर खर्च करते रहते हैं। यह समय की बहुत बड़ी बर्बादी है।
सोशल मीडिया ने समय की बर्बादी को बहुत बढ़ावा दिया है। किशोरावस्था की उम्र में बच्चे चकाचौंध और ग्लैमर की ओर आकर्षित होते हैं। वे अपने मित्रों और परिवार के सदस्यों को सोशल मीडिया पर अपने फ़ोटो और पोस्ट दिखाने के बारे में चिंतित रहते हैं। इसके बाद वे लाइक्स और टिप्पणियों को देखने के लिए अपनी पोस्ट को दोबारा चेक करते रहते हैं। ऐसा करने में बहुत समय बर्बाद होता है। डेटिंग और चैटिंग ऐप्स भी पढ़ाई में बाधा साबित होती हैं।
ज़रूरत से ज्यादा इंटरनेट इस्तेमाल की वजह से कई स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं:
घंटों तक मोबाइल या लैपटॉप पर इंटरनेट का उपयोग करने से माइग्रेन हो सकता है। कई इंटरनेट उपयोगकर्ता इस समस्या की शिकायत करते हैं और उन्हें अपने कंप्यूटर स्क्रीन पर बिताए समय को कम करने की सलाह दी जाती है लेकिन इस लत से छुटकारा पाना बहुत मुश्किल है। इस प्रकार लगातार सिरदर्द और माइग्रेन की शिकायत होना आम
एक बात तो साफ़ ज़ाहिर है कि जितना आप इंटरनेट सर्फ करने के लिए स्क्रीन को देखते हैं उतना ही आपकी आंखों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। ऐसा उन लोगों में विशेष रूप से आम है जो बिस्तर पर अपने मोबाइल पर इंटरनेट सर्फ करते हैं।
पीठ दर्द
कुर्सी पर बैठकर फिल्में देखना या लगातार ऑनलाइन गेम खेलना बुरी लत हो सकती है। अगर आपको ये आदतें लग जाती हैं तो इन्हें रोकना मुश्किल हो सकता है। बहुत से लोग इन अनुभवों का आनंद लेने के लिए घंटों तक बैठते हैं और इसी वजह से उनकी पीठ में दर्द होता है।
वजन बढ़ना
बच्चे इन दिनों अपने दोस्तों के साथ बाहर खेलने की बजाए या तो घर पर रहकर ऑनलाइन गेम खेलना पसंद करते हैं या इंटरनेट पर हर समय वीडियो देखते रहते हैं। वयस्कों के साथ ऐसा ही मामला है। बाहरी गतिविधियों में सामाजिक रूप से शामिल होने की बजाए वे इंटरनेट पर समय बिताना पसंद करते हैं। शारीरिक गतिविधि की कमी ने लोगों में वजन वृद्धि की समस्या को जन्म दिया है। इस तरह की जीवनशैली से कई लोगों में मोटापे की समस्या उत्पन्न हो गई है।
सोने मे परेशानी
लोग इन दिनों अपने फोन को या तो तकिये के नीचे रखकर सोते हैं या साइड में रखकर सोते हैं। मोबाइल में बजी छोटी सी बीप की आवाज़ सुनकर भी लोग उठ जाते हैं और हर मिनट उन्हें अपने संदेश को जांचने की तीव्र इच्छा रहती है। सोते समय मोबाइल का इस्तेमाल करना सोने की प्राकृतिक प्रक्रिया को रोक सकता है और सोने के विकारों का कारण बन सकता है।