आकाश को सिर पर बजे साफ है कि समान क्यों कहा जाता है
Answers
Answered by
2
आकाश को सर पर बँधे साफे के समान क्यों कहा गया है?
उत्तर: शाम के समय सूर्य की लालिमा आकाश में फ़ैल जाती है और पर्वत के शीर्ष को छूती प्रतीत होती है। पर्वत को कवि ने किसान के रूप में चित्रित किया है जिससे यह लगता है की किसान ने सर पर आकाश रुपी साफा बाँधा हुआ है।
Similar questions