आकाश में पंख ही पंख हो जाने से कवि का क्या अविप्राय है
Answers
Answered by
0
इस पंक्ति में कवि पक्षी के माध्यम से कहना चाहते हैं कि पक्षी स्वतंत्र रहकर क्षितिज की सीमा तक उड़ जाने की अपनी इच्छा व्यक्त करते हैं कि उड़ते-उड़ते या तो वह तो क्षितिज की सीमा हूँढ़ ही निकालेंगे या प्राण त्याग देंगे। पक्षियों के इस कथन से उनकी उन्मुक्त उड़ान के प्रति ललक व्यक्त हुई है।
Similar questions
Math,
3 hours ago
Math,
3 hours ago
Social Sciences,
5 hours ago
Math,
7 months ago
Math,
7 months ago
CBSE BOARD XII,
7 months ago