Hindi, asked by jayjayhandloom, 9 months ago

Aakash mein udane ka bhav kya hai from poem jagran geet for class7

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Answered by bhatiamona
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आकाश में उड़ने का भाव क्या है :

जागरण गीत सोहनलाल द्विवेदी द्वारा लिखी गई है | कविता में कवि आलस्य में डूबे हुए लोगों को अंधकार से बाहर निकालना चाहते है |

कविता में आकाश में उड़ने का भाव यह है कि मैं तुमने जीवन की वास्तविकता को जाने बिना तुम्हें उड़ने नहीं दूंगा | आज तक तुम्हारा जीवन कल्पनाओं में आधारित था , अब मैं तुम्हें कल्पनाओं में उड़ने नहीं दूंगा | जीवन में बिना सोचे समझ कर उड़ने से वास्तविकता का ज्ञान नहीं हो पाता है।

तुम हमेशा सपने देखते रहते , परिश्रम से भागते रहते अब मैं तुम्हें कल्पनाएँ नहीं करने दूंगा , अब मैं तुम्हें जीवन की वास्तविकता का महत्व बताने आ रहा हूँ | मैं तुम्हें जीवन में सपने पुरे करवाऊंगा |

Answered by Amrit111Raj82
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कविता में आकाश में उड़ने का भाव यह है कि मैं तुमने जीवन की वास्तविकता को जाने बिना तुम्हें उड़ने नहीं दूंगा | आज तक तुम्हारा जीवन कल्पनाओं में आधारित था , अब मैं तुम्हें कल्पनाओं में उड़ने नहीं दूंगा | जीवन में बिना सोचे समझ कर उड़ने से वास्तविकता का ज्ञान नहीं हो पाता है।

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