आने दे अब उसे, मैं उसे सुनाता हूँ कि नहीं अच्छी तरह, देख
उपरोक्त कथन किसका है? [जूझ]
i.लेखक
ii. चहान
iii. आनंदा
iv. देसाई
Answers
सही उत्तर है, विकल्प...
iv. देसाई
व्याख्या:
‘जूझ’ कहानी में यह कथन देसाई दादा का है। कहानी एक प्रसंग में रात को जब लेखक और उसकी माँ दत्ता जी राव देसाई यहाँ गए तो लेखक की माँ ने दत्ता जी राव को सब कुछ बता दिया और कहा कि दादा सारे दिन बाजार में रखमाबाई के यहाँ गुजार देता है और खेत के काम में जरा भी हाथ नहीं लगाता। माँ ने जब देसाई दादा को यह विश्वास दिलाया कि दादा को सारे गाँव में आजादी के साथ घूमने को मिलता रहे इसलिए उसने लेखक का पढ़ना बंद कर खेती के काम में लगा दिया, तो यह बात सुनकर देसाई दादा भड़क गए और बोले, ‘आने दे अब उसे मैं उसे सुनाता हूं कि अच्छी तरह, देख’
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