आनुवंशिकी में टी.एच मौरगन के योगदान का संक्षेप में उल्लेख करें।
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आनुवंशिकी में टी.एच मौरगन के योगदान का संक्षेप में उल्लेख :
(1) टी.एच मौरगन ने फल मक्खी ड्रोसॉफिला पर शोध कार्य किया और गुणसूत्रीय सहलग्नता सिद्धांत का प्रतिपादन किया था।
(2) इन्होंने बताया कि जीन गुणसूत्र पर स्थित होते हैं।
(3) इन्होंने सहलग्नता जीन विनिमय एवं लिंग सहलग्नता की वंशागति के सिद्धांत की खोज की थी ।
(4) इन्होंने गुणसूत्रीय चित्रण तकनीक की खोज की थी।
(5) इन्होंने सन 1926 में 'जींस के सिद्धांत (Theory of Genes)' नामक पुस्तक लिखी , जिसके लिए इन्हें सन 1933 में नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया।
आशा है कि यह उत्तर आपकी अवश्य मदद करेगा।।।।
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Answer:
- .एच मौरगन ने फल मक्खी ड्रोसॉफिला पर शोध कार्य किया और गुणसूत्रीय सहलग्नता सिद्धांत का प्रतिपादन किया था।
- (2) इन्होंने बताया कि जीन गुणसूत्र पर स्थित होते हैं।
- (3) इन्होंने सहलग्नता जीन विनिमय एवं लिंग सहलग्नता की वंशागति के सिद्धांत की खोज की थी ।
- (4) इन्होंने गुणसूत्रीय चित्रण तकनीक की खोज की थी।