Biology, asked by maahira17, 1 year ago

आनुवंशिक रूपांतरित फसलों के उत्पादन के लाभ व हानि का तुलनात्मक विभेद किजिए।

Answers

Answered by nikitasingh79
8

आनुवंशिक रूपांतरित फसलों के उत्पादन के लाभ :  

(1) फसलों के रोग प्रतिरोधी होने से उत्पादन में वृद्धि होती है व कटाई पश्चात होने वाले नुकसान में कमी आती है।

(2) यह फसलें जैविक व अजैविक कारकों (सूखा, ताप ,लवणता ) आदि के लिए प्रतिरोधी होती है।  

(3) फसल की पोषण गुणवत्ता व खनिज उपयोग क्षमता  में वृद्धि हो जाती है।  

(4) रसायनिक पीड़कनाशकों पर निर्भरता कम हो जाती है।

आनुवंशिक रूपांतरित फसलों के उत्पादन की हानियां :  

(1) विश्व के कारण अन्य प्राकृतिक जीव जैसे परागण कारियों की मृत्यु हो जाती है वह खाद्य श्रृंखला में परिवर्तन हो जाता है।

(2) इनके लगातार प्रयोग से कीट इन फसलों के प्रति प्रतिरोधी हो जाते हैं , फिर इन्हें खत्म करने के लिए रासायनिक कीटनाशकों की आवश्यकता पड़ती है।  

(3) यह फसलें व इनके उत्पाद अनेक लोगों में एलर्जी उत्पन्न कर देते हैं।  

(4) इस तकनीक द्वारा उत्पादित फसलों में सामान्यतया बीज निर्माण नहीं होता है। अतः किसानों को प्रति वर्ष नए बीज खरीदने पड़ते हैं जो कि महंगा प्रक्रम है।  

आशा है कि यह उत्तर आपकी अवश्य मदद करेगा।।।।

 

इस पाठ  (जैव प्रौद्योगिकी एवं उसके उपयोग ) के सभी प्रश्न उत्तर :  

https://brainly.in/question/14982908#

 

इस पाठ से संबंधित कुछ और प्रश्न :

बीटी (Bt) आविष के रवे कुछ जीवाणुओं द्वारा बनाए जाते हैं लेकिन जीवाणु स्वयं को नहीं मारते हैं; क्योंकि (क) जीवाणु आविष के प्रति प्रतिरोधी है।

(ख) आविष अपरिपक्व है।

(ग) आविष निष्क्रिय होता है।

(घ) आविष जीवाणु की विशेष थैली में मिलता है।  

https://brainly.in/question/14982953#

पारजीवी जीवाणु क्या है? किसी एक उदाहरण द्वारा सचित्र वर्णन करो।  

https://brainly.in/question/14982984#

Answered by Anonymous
9

Explanation:

आनुवंशिक रूपांतरित फसलों के उत्पादन के लाभ :

  • 1) फसलों के रोग प्रतिरोधी होने से उत्पादन में वृद्धि होती है व कटाई पश्चात होने वाले नुकसान में कमी आती है।

  • (2) यह फसलें जैविक व अजैविक कारकों (सूखा, ताप ,लवणता ) आदि के लिए प्रतिरोधी होती है।

  • (3) फसल की पोषण गुणवत्ता व खनिज उपयोग क्षमता में वृद्धि हो जाती है।

Similar questions