aap apne acche Mitra ke Chunav Mein kin kin Baton Ka Dhyan Rakhenge is Vishay per Panch panktiyan Sundar aksharon mein likhen
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Answer:
मुझे नहीं लगता कि हम दोस्त बनाते समय कभी भी किसी बातों का ख्याल रखते हैं।
क्या आपने कभी स्कूल में सोचा है कि मैं इस व्यक्ति से दोस्ती करूंगा या कॉलेज में सोचा है कि यही व्यक्ति मेरा दोस्त होगा ?
दोस्ती का रिश्ता तो दिल का रिश्ता होता है, इस सोच समझ कर नहीं बनाया जाता जिस किसी व्यक्ति से आपका दिल जुड़े, मन जुड़े उसके साथ आपकी दोस्ती हो जाती है। हाँ, यह बात भी सही है कि हर बार हम दोस्ती सही व्यक्ति से नहीं होती है और बाद में परेशानियों का सामना करना पड़ता है, लेकिन समय आने पर आपको पता चल ही जाता है कि आपने कहा गलती की। और जीवन के किसी पड़ाव पर सच्चे दोस्त हमेशा साथ मिलेंगे, और ऐसे ही दोस्त जिन का चुनाव हमारे दिल ने गलत किया होता है ऐसे दोस्त कब का रिश्ता तोड़ चुके होते हैं।
इसलिए मेरा मानना है कि समय ही हमें बताता है कि हमारा सच्चा दोस्त कौन था, और कौन नहीं। लेकिन हम कभी अपने दोस्त का चुनाव खुद नहीं कर पाते।
Explanation:
this is my opinion
Answer:
मै मित्र चुनते समय कुछ बातो को मन मै रखती हु:-
१) वह एक सच्चा इंसान होना चाहि।
२)वह दिल का अच्छा होना चाइये
३)वह अपने से बड़ो को सम्मान और छोटो को प्यार करना चाहिए
४) अगर मै गलत मार्ग पर जाऊ तो वह मुझे सही मार्ग दिखाए
६)वह बोलने मै मृदुभाषी हो
७)वह अध्यापिका और विद्या का सम्मान करे
८)उसका चरित्र साफ़ हो
९)वह पढ़ाई मै अच्छा हो
१०)वह चाहे बुरे या अच्छे समय मै मेरा साथ निस्वार्थ दे