आप आपने पालतू जानवरो का किस प्रकार खयाल रखतें हैं ।
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पालतू कुत्ते और बिल्लियां
आपको उसे वक्त और अटेंशन देने के लिए तैयार रहना पड़ेगा। - पालतू जानवरों की बेसिक जरूरतों में स्पेस और टाइम दोनों शामिल है। उनके साथ आपको वक्त बिताना होगा ताकि वे नए माहौल में परेशान न हों। वैसे तो वे आपके पूरे घर में रहेंगे, लेकिन उन्हें पर्सनल स्पेस की भी जरूरत होगी
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please mark brain list please
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पालतू जानवरों का ऐसे रखें ख्याल
sanchita upadhyay | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: 30 Aug 2015, 3:08 pm
बदलते वक्त के साथ पालतू जानवर घर के मेंबर बन गए हैं। बेशक पेट्स जितने खुश रहेंगे, वे आपकी जिंदगी को उतना ही गुलजार...
बदलते वक्त के साथपालतू जानवर घर के मेंबर बन गए हैं। बेशक पेट्स जितने खुश रहेंगे, वे आपकी जिंदगी को उतना ही गुलजार रखेंगे। जिंदगी में अकेलापन हो तो ये बहार साबित होते हैं। सुरक्षा की जरूरत हो तो ये जान देकर हिफाजत करते हैं। आइए जानें कैसे रखें इनका ख्याल :
पालतू जानवरों का ऐसे रखें ख्याल
पालतू जानवरों का ऐसे रखें ख्यal
जरा सोचिए, आप पूरे दिन की थकान के बाद जब घर लौटेंगे तो घर में आपका प्यारा डॉगी आपसे खेलने के लिए तैयार होगा। उसे देखते ही आपकी थकान गायब हो जाएगी। उसका मासूम-सा चेहरा सारे गम भुला देगा। आपकी बिल्ली जब सोफे पर आपके पास चुपचाप बैठ जाएगी तो वह फीलिंग ही अलग होगी। अक्वेरियम में तैरती मछलियों को आप घंटों देख सकते हैं।
पेट्स लाने से पहले की तैयारी
पालतू कुत्ते और बिल्लियां
- आपको पालतू जानवर घर लाने से पहले मेंटली तैयार होना पड़ता है। आप घर में एक नया मेंबर लाना चाहते हैं। यह ठीक वैसा ही है, जैसे घर में कोई नया बच्चा आने वाला है। आपको उसे वक्त और अटेंशन देने के लिए तैयार रहना पड़ेगा।
- पालतू जानवरों की बेसिक जरूरतों में स्पेस और टाइम दोनों शामिल है। उनके साथ आपको वक्त बिताना होगा ताकि वे नए माहौल में परेशान न हों। वैसे तो वे आपके पूरे घर में रहेंगे, लेकिन उन्हें पर्सनल स्पेस की भी जरूरत होगी।
- बड़े साइज का पेट चुनने से पहले अपने घर का साइज देख लें और उनके रहने की जगह भी तय कर लें। कई बार देखने में आता है कि लोग शौक में बड़े साइज का डॉगी जैसे लैब्राडोर, डॉलमेशन या ग्रेट डेन पाल तो लेते हैं, लेकिन जल्द ही उन्हें एहसास होने लगता है कि घर पालतू जानवर के लिहाज से पूरा नहीं पड़ रहा।
- इस बात को समझना पड़ेगा कि अगर आपके पेट को घर में रहने के लिए पर्याप्त जगह नहीं मिलेगी तो वह भी उदास रहने लगेगा।
- पालतू जानवर के लिए घर के कुछ हिस्से को फिक्स कर सकते हैं। मिसाल के तौर पर सीढ़ियों के नीचे या टेरेस पर जगह तय की जा सकती है।
- मौसम के हिसाब से इस जगह को सजाया-संवारा जा सकता है। गर्मियों में उनके बैठने के लिए हल्का कुशन रखें और सर्दियों में रजाई या ब्लैंकेट रखा जा सकता है।
मछलियां
- मछलियों को लिविंग रूम में रखना बेहतर रहता है। इन्हें लगातार देखने से सुकून का अहसास होता है।
- मछलियां लाने से पहले यह जरूर पता कर लें कि किस किस्म की मछली किस किस्म की मछली के साथ रह सकती है। ऐसा न करने पर मछलियां एक-दूसरे को मार सकती हैं।
- अक्वेरियम कम से कम 2 फुट लंबा, डेढ़ फुट चौड़ा और डेढ़ फुट ऊंचा होना चाहिए। यह तकरीबन 1500 रुपये में मिल जाएगा।
किस पेट की कितनी लाइफ
कुत्ता- 6 से 15 साल
बिल्ली- 10 से 15 साल
खरगोश- 8 से 12 साल
चूहा- 2 से 4 साल
मछली- 2 से 4 साल
कहां से लाएं पेट्स
पालतू कुत्ता
- अगर आप किसी विदेशी ब्रीड के जानवर पालने के बारे में सोच रहे हैं तो यह भी ख्याल रखें कि आपके शहर का मौसम उसके लिए फिट है या नहीं।
- किसी भी हाल में 6-8 हफ्ते से छोटा कुत्ता न खरीदें और न ही अडॉप्ट करें। इससे कम उम्र के कुत्ते को मां के दूध की काफी जरूरत होती है और अगर वह न मिले तो वह बीमार हो सकता है।
- ऐनिमल राइट ऐक्टिविस्ट भारत में लोगों को स्ट्रीट डॉग अडॉप्ट करने की सलाह देते हैं।
- कई एनजीओ सोशल मीडिया और वेबसाइटों पर लगातार स्ट्रीट डॉग अडॉप्ट करने की ड्राइव चलाते हैं। इसके लिए बाकायदा कैंप भी लगाए जाते हैं। उन पर नजर रखें। इनका वैक्सिनेशन करने के बाद अडॉप्शन के लिए देते हैं। इसलिए ये सेफ हैं।